अब शहरी क्षेत्र के स्कूल भी बनेंगे ‘आदर्श’

रमसा की बैठक में जिला कलक्टर ने दी जानकारी, कहा निर्धारित समय पर हों ‘नॉम्र्स’ के अनुरूप सुविधाएं

RAMSAबीकानेर, 6 सितम्बर। शहरी क्षेत्रों की स्कूलों को भी गांवों की तर्ज पर ‘आदर्श विद्यालय’ के रूप में विकसित किया जाएगा। इनमें चारदीवारी, ग्रीन बोर्ड, लहर कक्ष, खेल मैदान, सौंदर्यकरण, पौधारोपण, पेयजल सुविधा, संस्थापन परिचय, शौचालय सहित नॉम्र्स के अनुसार समस्त उपलब्ध करवाई जाएंगी।

जिला कलक्टर अनिल गुप्ता ने बुधवार को राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान ‘रमसा’ की बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले चरण में शहरी क्षेत्र के 13 विद्यालयों का चयन किया गया है। इनमें बीकानेर शहर की ग्यारह तथा नोखा एवं श्रीडूंगरगढ़ की एक-एक स्कूल सम्मिलित है। उन्होंने कहा कि संबंधित स्कूलों के प्रधानों को पत्र भेजते हुए मार्च 2018 तक सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए पाबंद किया जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों का दौरा करें तथा प्रगति का जायजा लें।

इन विद्यालयों का हुआ है चयन

राजकीय सीनियर सैकण्डरी स्कूल करणी देशनोक, शार्दूल, मेजर जेम्स थॉमस, चौपड़ा,नत्थूसर गेट, एमएम, शिवबाड़ी, करमीसर, जवाहर भीनासर, सर्वोदय बस्ती और महारानी स्कूल का चयन आदर्श विद्यालय के रूप में हुआ है। वहीं नोखा की बाबा छोटूनाथ सीनियर सैकण्डरी स्कूल और श्रीडूंगरगढ़ की सीनियर सैकण्डरी स्कूल को भी आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में ग्रामीण क्षेत्रों के 290 विद्यालयों में आदर्श विद्यालय के नॉम्र्स के आधार पर सभी सुविधाएं उपलब्ध करवा दी गई हैं।

सात दिनों में देनी होगी सूचना

बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने रमसा के तहत प्रगतिरत सिविल कायोर्ं की प्रगति जानी। उन्होंने कहा कि प्रगतिरत कार्यों की वर्तमान स्थिति से संबंधित फोटोग्राफ्स आगामी सात दिनों में उपलब्ध करवाए जाएं। जिले के छात्रावासों का निरीक्षण करने तथा इसकी सूचना उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए। स्कूलों में खेल मैदान निर्माण की स्थिति जानी तथा व्यावसायिक शिक्षा के तहत चल रहे पाठ्यक्रमों का औचक निरीक्षण करने को कहा। शारदे बालिका छात्रावास में नामांकन तथा सुविधाओं तथा दिव्यांग छात्रवृत्ति के बारे में जानकारी ली।

‘अक्षय पेटिका’ में आए 2 लाख 20 हजार

स्कूलों में आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए जिले के 337 स्कूलों में ‘अक्षय पेट्टिकाएं’ लगाई गई हैं। रमसा के एडीपीसी हेतराम सारण ने बताया कि अक्षय पेट्टिकाओं के माध्यम से अब तक 2 लाख 20 हजार 590 रूपये का आर्थिक सहयोग प्राप्त हो चुका है। वहीं, जिला एवं ब्लॉक स्तर पर हुए तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान लगभग डेढ़ लाख रूपये दानदाताओं, भामाशाहों एवं सरकारी कार्मिकों द्वारा प्राप्त हुए।

बैठक में एडीइओ माध्यमिक भूपसिंह तिवाड़ी, एसएसए के एडीपीसी हेतराम सारण, शैक्षिक प्रकोष्ठ अधिकारी शिवशंकर चौधरी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

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