मुख्यमंत्री के नेतृत्व में किसान हित में लिए अनेक ऐतिहासिक फैसले-किलक

राजूवास में ‘एग्रीकल्चर डेवलपमेंट एंड डबलिंग फार्मर्से इनकम’ विषयक सम्मेलन आयोजित
rajuvas-2बीकानेर, 7 अक्टूबर। अखिल भारतीय कृषि छात्र संघ का द्वितीय राष्ट्रीय सम्मेलन ‘एग्रीकल्चर स्किल डेवलपमेंट एंड डबलिंग फार्मर्स इनकम’ शनिवार को राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि सहकारिता एवं गौपालन मंत्री अजय सिंह किलक थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प लिया है, उसे पूर्ण करने के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है। यह हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हमें युवाओं की ऊर्जा का उपयोग देशहित में करने की जरूरत है। उन्होंने किसानों को कृषि की नई तकनीकें अपनाने का आह्वान किया तथा कहा कि किसान आस-पास की गतिविधियों को देखें तथा अच्छी चीजों को आत्मसात करें।
किलक ने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में सहकारिता विभाग ने किसानों के हित में अनेक ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। देश में पहली बार 31 अगस्त 2017 तक राज्य के किसानों को फसली ऋण के रूप में 57 हजार करोड़ रूपये बिना ब्याज के दिए गए हैं। मार्च 2018 तक यह राशि 63 हजार करोड़ तथा पांच वर्ष में लगभग 80 हजार करोड़ रूपये तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि हाल ही में राजस्थान की एपेक्स बैंक को देश की सर्वोत्तम बैंक का पुरस्कार प्रधानमंत्री के करकमलों से प्राप्त हुआ है।
उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार किसानों के दीर्घ कालीन ऋण की ब्याज दर में लगातार कमी किए जाने के लिए प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के हितों की चिंता करते हुए ब्याज दर में पांच प्रतिशत की कमी की गई तथा इससे होने वाले घाटे की भरपाई के लिए बजट में विशेष प्रावधान किए गए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में किसानों से 12 प्रतिशत के स्थान पर 6.7 प्रतिशत की दर से ब्याज लिया जाता है तथा इसे शीघ्र ही और कम करते हुए 5.5 प्रतिशत तक किए जाने की योजना है। उन्होंने किसानों को लोन का समय पर चुकारा करने का आह्वान किया।
किलक ने राज सहकार दुर्घटना बीमा की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा किसानों को ऋण देने के साथ, सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध करवाने के लिए उनका बीमा करवाया जा रहा है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा अब तक लगभग 22 लाख किसानों का बीमा करवा दिया गया है। सरकार द्वारा बीमा की राशि 50 हजार से बढ़ाकर छह लाख रूपये कर दी गई है तथा मुख्यमंत्री की मंशा इस राशि को और बढ़ाने की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के किसान के परिवार को किसी प्रकार की दुर्घटना होने की स्थिति में किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़े, सरकार इस दिशा में पूर्ण संवेदनशीलता से कार्य कर रही है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्व महानिदेशक, पद्म भूषण डाॅ. राजेन्द्र सिंह परोदा ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने का सपना पूरा करने में युवाओं की भूमिका भी महत्त्वपूर्ण रहेगी। युवाओं की कृषि स्किल क्षमता को बढ़ाएं तथा युवा अच्छे ज्ञान को अंतिम छोर के किसान तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि युवा सिर्फ ‘ग्रेजुएट’ बनने की बजाय ‘एंतरप्रेन्योर’ बनें तथा नौकरी की तलाश करने की बजाय दूसरों को नौकरी देने की क्षमता इजाद करंे। उन्होंने कहा कि आज समय आ गया है कि हम कृषि की परम्परागत विधियों को छोड़कर माइक्रो इरिगेशन, बागवानी के साथ, पशुपालन को भी बढ़ावा दें।
स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी. आर. छीपा ने कहा कि एक समय था, जब हमें अन्न के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन आज हमारे देश के किसानों तथा कृषि वैज्ञानिकों की मेहनत की बदौलत हमारे देश में धन-धान्य के भंडार भर गए हैं। उन्होंने ‘पर ड्राॅप मोर क्रोप’ की अवधारणा के बारे में बताया तथा किसान ऐसी फसलें लें, जो कम पानी में तैयार हो सकें। उन्होंने कृषि एवं पशुपालन को एक-दूसरे का पूरक बताया तथा कृषि के साथ, पशुपालन को बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने जैविक खेती अपनाने की अपील भी की।
इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। विनोद कुमार जाखड़ ने स्वागत उद्बोधन दिया। अखिल भारतीय कृषि छात्र संघ के राष्ट्रीय प्रधान सचिव राजवीर सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे मे बताया। इस अवसर पर डाॅ. परोदा को लाइफ टाइम अचीवमेंट तथा प्रो. छीपा को डाॅ. बलराम जाखड़ कृषि ज्योति अवार्ड से विभूषित किया गया। वहीं विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने कार्यक्रम से संबंधित कम्पेंडियम का विमोचन किया। बीएस खद्दा ने आभार जताया।
कार्यक्रम में बीकानेर पंचायत समिति प्रधान राधादेवी सियाग, सहीराम दुसाद, बिहारी लाल बिश्नोई सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, अधिकारी, विश्वविद्यालय के डीन-डायरेक्टर, देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए कृषि विद्यार्थी सहित आमजन मौजूद थे।
सर्किट हाउस में किया स्वागत
सहकारिता एवं गौपालन मंत्री का शनिवार को सर्किट हाउस में भव्य स्वागत किया गया। संसदीय सचिव डाॅ. विश्वनाथ मेघवाल, डाॅ. सत्यप्रकाश आचार्य, सहीराम दुसाद, मोहन सुराणा, पार्षद शिवकुमार रंगा, घेवरचंद किराड़ू, बृजेन्द्र व्यास, कन्हैयालाल जोशी, कृष्ण कुमार रंगा, अशोक प्रजापत आदि ने उनका अभिनंदन किया। कोलायत विधायक भंवरसिंह भाटी ने किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन प्रस्तुत किया।
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बच्चों के सर्वांगीण विकास में खेलों की महत्त्वपूर्ण भूमिका- मेहरूनिसा टाक
बीकानेर, 7 अक्टूबर। राजस्थान मदरसा बोर्ड अध्यक्ष मेहरूनिशा टाक ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में खेलों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
टाक शनिवार को फोर्ट उच्च माध्यमिक विद्यालय मैदान में आयोजित प्रथम जिला स्तरीय मदरसा खेलकूद प्रतियोगिता के उद््घाटन समारोह में बोल रहीं थी। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाएं सामने आएंगी। खेलों से बच्चों का शारीरिक व मानसिक विकास होता है, इसलिए उन्हें शिक्षा के साथ-साथ खेलने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाए।
संसदीय सचिव डाॅ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि खेलों द्वारा बच्चों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित होती है। उनमें धैर्य, ईमानदारी, साहस, आत्मविश्वास जैसे गुणों का विकास होता है। खेलों से बच्चों में परस्पर सहयोग की भावना बढ़ती है। मदरसा बोर्ड के सदस्य आदिल जोइया ने बताया कि दो दिवसीय इस प्रतियोगिता में जिले के लगभग 55 मदरसों के विद्यार्थी भाग ले रहे हंै। अनवर अजमेरी ने बताया कि प्रतियोगिता में बीकानेर शहर, श्रीडूंगरगढ़, लूणकरणसर, सामरदा, देसलसर, थारूसर, दंतौर आदि क्षेत्रों के मदरसों के विद्यार्थी शामिल हुए हंै।
इससे पहले, मदरसा बोर्ड अध्यक्ष व संसदीय सचिव ने मार्चपास्ट की सलामी ली व खिलाड़ियों का परिचय प्राप्त किया। उन्होंने प्रतियोगिता स्थल पर बच्चों के लिए उपलब्ध भोजन, पेयजल, चिकित्सा आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने यहां छात्राओं द्वारा बनाई गई आकर्षक रंगोली का भी अवलोकन किया। कार्यक्रम का संचालन शहजाद अली ने किया।
इस अवसर पर प्रतियोगिता संयोजक फारूख कासमी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मोहम्मद सलीम परिहार, मदरसा बोर्ड सदस्य यूनुस चोपदार, मोहम्मद ताहिर, आरिफ जोइया, मंसूर अहमद, नवाब खान, फैयाद हुसैन, फिरोज कोहरी, असद रजा भाटी उपस्थित थे।

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