दिव्यांग लेखक गोविन्द सिंह को युगधारा साहित्यिक सम्मान

युगधारा साहित्य सम्मान से नवाजे जाएंगे इतिहासकार कवि गोविन्द सिंह भागावड़

दिव्यांगता में भी कर रहे लेखन, 25 वर्षों से जारी है प्रयास,अब मिलेगा युगधारा साहित्य सम्मान

Untitledसाहित्य और कला संवर्धन क्षेत्र में पिछले 27 वर्षों से कार्य करने वाली उदयपुर के प्रतिष्ठित “युगधारा साहित्यक संस्थान” के द्वारा भागावड निवासी इतिहासकार, कवि, शायर, चिंतक,लेखक गोविन्द सिंह चौहान को ” युगधारा सम्मान 2017″ से नवाजा जाएगा। युगधारा साहित्यक संस्थान के संस्थापक जयप्रकाश पण्ड्या”ज्योतिपुंज, अध्यक्ष लाल दास पर्जन्य ,उपाध्यक्ष रेणु देवपुरा ,राम दयाल मेहरा,महासचिव डॉ. मनोहर श्रीमाली ने इस सबन्ध में घोषणा की। गोविन्द सिंह चौहान दिव्यांग है और 25 वर्ष की आयु में सिरोही में सड़क दुर्घटना के बाद सीने से नीचे का हिस्सा शुन्यग्रस्त हो गया। युगधारा संस्थापक ज्योतिपुंज ने बताया कि चौहान दिव्यांग होने के कारण युगधारा साहित्य संस्थान के द्वारा उनके पैतृक गांव भागावड़ में समारोह आयोजित कर सम्मान प्रदान करेगा। चौहान दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद पिछले 25 वर्षों से अनवरत लेखन कार्य से जुड़े है। इन्होंने रावत- राजपूतों का इतिहास “इक आईना”, क्षत्रिय रावत- राजपूत दर्शन के लेखन के साथ कई कविताएं, गीत, स्मारिका, शायरी,लघुकथा जैसी अनेक लेखन विधाओं में लिख चुके है। युगधारा साहित्य सम्मान हेतु चयन होने पर मगरा विकास मंच अध्यक्ष जसवंत सिंह मण्डावर, महासचिव लक्ष्मण सिंह खोखावत, चंदन सिंह खोखावत, मण्डावर सरपंच प्यारी रावत, हुक्म सिंह चौहान, राजेन्द्र सिंह , कुशाल सिंह, राजेश सिंह रावत, अशोक सिंह धोला दांता, डॉ. विक्रमपाल सिंह, रणजीत सिंह ,किरण बाला जीनगर, चेतन औचित्य, गौरिकान्त शर्मा, महेंद्र कुमार साहू आदि ने हर्ष व्यक्त किया है।

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