बोले गोवंश के प्रति प्रशासन की बेरुखी असहनीय
( गोवंश संरक्षण और जनसमस्याओं के लिए दायर की याचिका; अनिश्चितकाल के लिए धरने की घोषणा )
बीकानेर 1 नवंबर 2017। बीकानेर धर्मधरा है और यहां का भामाशाह व आमजन गाय को माता मानकर पूजता है मगर जिला प्रशासन गोवंश संबंधी समस्याओं की अनदेखी कर दायित्व से पीछे हट रहा है जो असह्य है। आवारा पशु के नाम से गायों को इंगित किया जाता है मगर उनसे संबंधित समस्याओं को नजरअंदाज कर विकास के गीत सुनाए जाते हैं। कुछ ऐसा ही रोष प्रकट करते हुए कांग्रेस नेता गोपाल गहलोत ने घोषणा की है कि वे बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के तीस वार्ड की जनसमस्याओं एवं पूरे शहर में आवारा पशुओं की समस्या के समाधान की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना लगाएंगे। धरना गुजरात चुनाव के बाद लगाया जाएगा। गहलोत ने होटल हीरालाल में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि वे इन दिनों में, चुनावों से पहले भी धरना प्रदर्शन कर सकते थे किन्तु चुनावों में पार्टी द्वारा दी जाने वाली जिम्मेवारी को निभाने के बाद वे बीकानेर की जनता के हित में दीर्घावधि तक संघर्ष कर सकेंगे। गहलोत ने जिला प्रशासन और सत्तासीन दल पर आरोप लगाया कि बीकानेर में गोवंश संरक्षण के लिए नगर निगम द्वारा कोई कार्य संचालित नहीं है जबकि राज्य के तमाम नगर निगमों द्वारा गोवंश को संरक्षण मिलता है। गहलोत ने पूर्व विधानसभा क्षेत्र में विधायक पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने नौ साल में नौ मिनट भी विधानसभा में नहीं बोला तथा नौ वर्ष के कुल दिनों में से 85 दिन भी बीकानेर में पार्टी के सार्वजनिक कार्यक्रमों में भागीदारी नहीं की। पोपाबाई नाम से संबोधित करते हुए गहलोत ने यह आरोप भी लगाया कि विधायक कोटे से राशि देने के अलावा उन्होंने अपने क्षे़त्र बीकानेर में कोई कार्य नहीं करवाया। गहलोत ने एक सवाल के जवाब में रोष जताते हुए कहा कि जोड़बीड़ क्षेत्र में दो सौ एकड़ जमीन पर पॉलीथिन का अंबार लगा है, शहर में गायें पॉलीथिन खाकर जान गंवाती है जबकि पॉलीथिन प्रतिबंधित है मगर नगर निगम नकारा है जिसकी वजह से जनता और गोवंश को खमियाजा उठाना पड़ रहा है। गहलोत ने बताया कि उन्होंने हाईकोर्ट जोधपुर में गोवंश संरक्षण एवं आवारा पशुओं की समस्या को लेकर याचिका भी दायर की है जिसके लिए सेक्रेट्री, अरबन डेवलपमेंट एंड हाउसिंग डिपार्टमेंट, गवर्नमेंट आफ राजस्थान, जयपुर की मार्फत स्टेट ऑफ राजस्थान सहित डायरेक्टर, लोकल सेल्फ डिपार्टमेंट बीकानेर, जिला कलेक्टर बीकानेर और कमिश्नर की मार्फत नगर निगम से जवाब मांगा गया है।
– मोहन थानवी