बीकानेर 26 नवम्बर । अखिल भारतीय श्री ब्राह्मण स्वर्णकार महासभा की तरफ से उर्जावान दृढ संकल्पित व्यक्तित्व, ओजस्वी एवं क्रांतिकारी वैदिक प्रवक्ता, दर्शनाचार्य, वानप्रस्थ साधक आश्रम, आर्यवन रोजड (गुजरात) के अधिष्ठाता बीकानेर में जन्मे आर्य विद्वान ज्ञानेश्वरार्यजी के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ऋषि उद्ध्यान अजमेर के स्वामी मुक्तानन्दजी ने कहा आचार्यश्री ने वैदिक , योग एवं अध्यात्म संबन्धित ग्रंथ, पुस्तकें, चार्ट,कलेंडर, फोल्डर, पत्रक आदि लाखों की संख्या में प्रकाशित कराकर देश-विदेश में निशुल्क वितरण करवाया । वो सच्चे अर्थों में एक मौन मनस्वी थे । कार्यक्रम में दर्शन योग महा विद्ध्यालय रोहतक के आचार्य नवानन्दजी, आचार्य वरुणदेवजी अजमेर से, आस्था एवं विचार चैनल के निदेशक धर्मेशजी, नगर आर्य समाज के अध्यक्ष महेश आर्य, सचिव भगवतीप्रसाद सोनी, लोक कला मंडल के अशफाक कादरी, शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान के राजाराम स्वर्णकार, प्रेरणा प्रतिष्ठान के प्रेमनारायन व्यास, रोजगार मार्गदर्शक डॉ.अजय जोशी, महासभा की अध्य्क्ष श्रीमती मनीषा आर्य, स्वर्णकार पंचायत भवन टृस्ट के प्रेमरतन, बीकानेर 26 नवम्बर । अखिल भारतीय श्री ब्राह्मण स्वर्णकार महासभा की तरफ से उर्जावान दृढ संकल्पित व्यक्तित्व, ओजस्वी एवं क्रांतिकारी वैदिक प्रवक्ता, दर्शनाचार्य, वानप्रस्थ साधक आश्रम, आर्यवन रोजड (गुजरात) के अधिष्ठाता बीकानेर में जन्मे आर्य विद्वान ज्ञानेश्वरार्यजी के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ऋषि उद्ध्यान अजमेर के स्वामी मुक्तानन्दजी ने कहा आचार्यश्री ने वैदिक , योग एवं अध्यात्म संबन्धित ग्रंथ, पुस्तकें, चार्ट,कलेंडर, फोल्डर, पत्रक आदि लाखों की संख्या में प्रकाशित कराकर देश-विदेश में निशुल्क वितरण करवाया । वो सच्चे अर्थों में एक मौन मनस्वी थे । कार्यक्रम में दर्शन योग महा विद्ध्यालय रोहतक के आचार्य नवानन्दजी, आचार्य वरुणदेवजी अजमेर से, आस्था एवं विचार चैनल के निदेशक धर्मेशजी, नगर आर्य समाज के अध्यक्ष महेश आर्य, सचिव भगवतीप्रसाद सोनी, लोक कला मंडल के अशफाक कादरी, शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान के राजाराम स्वर्णकार, प्रेरणा प्रतिष्ठान के प्रेमनारायन व्यास, रोजगार मार्गदर्शक डॉ.अजय जोशी, महासभा की अध्य्क्ष श्रीमती मनीषा आर्य, स्वर्णकार पंचायत भवन टृस्ट के प्रेमरतन, प्रेमप्रकाश, जुगराज सोनी, सुवर्ण संस्कार के रामेश्वर बाडमेरा “साधक”, गजनेर के नवलाराम, सहित गणमान्यजनों ने अपने विचार रखे । इससे पहले अजमेर के आचार्य कर्मवीरजी ने शांति यज्ञ करवाया जिसमें आर्यसमाज के पदाधिकारियों सहित आमजन ने सहभागिता निभाते हुए विश्व कल्याण की कामना करते हुए सस्वर ऋचाओं का पठन किया । संचालन महासभा के महेन्द्र कट्टा ने किया ।
राजाराम स्वर्णकार मो.न.9314754724