जयपुर। केंद्र में मंत्री बनने के बाद पहली बार जयपुर आए ग्रामीण विकास राज्यमंत्री लालचंद कटारिया ने मंत्रालय में फेरबदल को लेकर रक्षा मंत्री एके एंटनी की नाराजगी की खबरों का खंडन किया है। कटारिया ने कहा कि मंत्रालय को लेकर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री का था,यह उनका विशेषाघिकार है। एंटनी मेरे मंत्रालय से नाराज नहीं थे, बल्कि उन्होंने मेरा स्वागत किया था।
उल्लेखनीय है कि कैबिनेट में फेरबदल के साथ ही कांग्रेस पार्टी में घमासान मच गया था। मंत्रालय बदले जाने से नाराज जयपाल रेड्डी को मनाने में अभी कांग्रेस पार्टी कामयाब हुई ही थी कि रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने नई मुश्किल पैदा कर दी। रक्षा मंत्री को उनके नए सहयोगी लालचंद कटारिया रास नहीं आने की खबरें सुर्खियां बटोरने लगी। खबर थी कि कटारिया को प्रधानमंत्री कार्यालय ने रक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री का पद लेने से रोक दिया था। उन्हें सूचना दी गई कि उन्हें कोई और मंत्रालय दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जयपुर ग्रामीण के सांसद लालचंद कटारिया के विभाग में बदलाव करते हुए उन्हें ग्रामीण विकास राज्यमंत्री बनाया है। उन्हें रविवार को हुए फेरबदल में रक्षा राज्यमंत्री बनाया गया था,लेकिन उन्होंने कार्यभार ग्रहण नहीं किया था। राष्ट्रपति भवन से मंगलवार रात करीब 11:30 बजे जारी विज्ञप्ति के अनुसार तीन राज्यमंत्रियों की जिम्मेदारियों में बदलाव किया गया है। कटारिया के अलावा पी. लक्ष्मी का प्रभार बदल उन्हें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री बनाया गया है। उन्हें पहले कपड़ा राज्यमंत्री बनाया था। मिलिंद देवड़ा को जहाजरानी मंत्रालय का जिम्मा भी सौंपा है। उनके पास संचार व आईटी पहले से ही हैं।
कटारिया के जयपुर पहुंचने पर उनके समर्थकों जमकर स्वागत किया। सांगानेर एयरपोर्ट पर पहुंचे हजारों समर्थकों ने वाहन रैली के रूप में कटारिया के निवास तक जुलूस के भी निकाला। कटारिया के घर पर दिनभर हजारों समर्थकों का जमावड़ा रहा।