नौ दिन चलने वाली महापुराण कथा प्रारम्भ
बाड़मेर 3 जनवरी।
आज दिनांक 03.01.2018 को हनुमान मंदिर सदर बाजार से षिव महापुराण कलष यात्रा प्रारम्भ होकर शहर के मुख्य मार्गो से होते हुए षिव कुटिया पहुॅची।
षिव कुटिया में साध्वी कमलेष सरस्वती मानस चकोरी जी द्वारा षिव पुराण पर प्रवचन करते हुए बताया कि जीव को भगवान शंकर की उपासना द्वारा सभी मनवांछित फल प्राप्त कर सकता है। भगवान शंकर की पूजा निराकार होती है। भगवान शंकर षिवलिंग उत्पत्ति पर व्याख्यान करत हुए साध्वी चकोरी जी ने बताया कि जब भगवान विष्णु एवं ब्रहमाजी बड़ा होने की बहस हुई तब भगवान शंकर तेजोमय लिंग रूप में प्रकट हुए थे।
भगवान शंकर को दन्डाधिकारी भी कहा जाता है ब्रहमा जी जब उनकी निदां की तब उनके ही अंष भैराव रूप मे प्रकट होकर ब्रहमा जी का सिर काट लिया।
भगवान अपने भक्तो पर हर प्रकार से दर्षन के लिए प्रकट होते है। कथा में समाजसेवी आजादसिह एवं मृदुरेखा चौधरी ने पूजा अर्जना की।
ललित शर्मा
कथा प्रवक्ता
9983041011