आशा सहयोगिनियों को आशा सॉफ्ट द्वारा 37,09,440 रू. का भुगतान

zबीकानेर। पारदर्शिता से जुड़े चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के महत्त्वपूर्ण प्रयास आशा साॅफ्ट द्वारा 2 माह के लिए जिले की 937 आशा सहयोगिनियों को उनके द्वारा किये गये कार्यों के बदले उनके खातों में कुल 37,09,440 रु. के भुगतान की स्वीकृति जारी कर दी गई है। सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि इस माह से शहरी क्षेत्र की आशा सहयोगिनियों को भी आशा सॉफ्ट के माध्यम से भुगतान शुरू कर दिया गया है। दिनांक 26 अक्टूबर 2017 से 25 दिसंबर 2017 तक की समयावधि में जिले की आशा सहयोगिनियों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग के लिये जो भी कार्य किया गया उन्हें एक क्लेम फॉर्म में भरकर संबंधित स्वास्थ्य केंद्र पर प्रेषित किया गया। जिसे कई स्तर पर जांच के बाद कम्प्यूटर आॅपरेटरों व आशा सुपरवाइजरों द्वारा आशा साॅफ्ट में आॅनलाइन दर्ज किया गया। संबंधित चिकित्सा अधिकारी द्वारा स्वीकृति जारी की गई और मंगलवार को आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने डिजिटल हस्ताक्षर की सहायता से पूरे जिले के लिए स्वीकृति जारी कर दी जिसके आधार पर राज्य स्तर से सीधे आशाओं के बैंक खातों में भुगतान ऑनलाइन हो जाएगा। इस भुगतान के ट्रांसफर की जानकारी एसएमएस द्वारा आशा सहयोगिनियों को उनके मोबाइल नंबर पर दी जायेगी। इस प्रकार आशा सॉफ्ट के माध्यम से आशाओं को पूर्ण पारदर्शिता के साथ समय पर उनका भुगतान प्राप्त हो जाता है। इस अवसर पर डीएएम राजेश सिंगोदिया, जिला आशा समन्वयक रेणु बिस्सा व आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य भी मौजूद रहे।

सर्वाधिक भुगतान मातृत्व स्वास्थ्य के लिए
जिला नोडल अधिकारी, माॅनिटरिंग एवं इवेल्यूशन मनीष गोस्वामी ने बताया कि आशाओं को मातृत्व स्वास्थ्य में कार्य के लिए 12,72,440 रू., शिशु स्वास्थ्य के लिए 6,69,275 रू., टीकाकरण के लिए 6,37,650 रू., परिवार कल्याण कार्यक्रम के लिए 2,71,500 रू., अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए 54,825 रू. व विभिन्न बैठकों के लिए 7,93,750 रू. का भुगतान किया गया है। डीपीएम सुशील कुमार ने बताया कि आशा सॉफ्ट की सहायता से आशा सहयोगिनी के कार्यो का मूल्यांकन आसान हो जाता है और जिले में मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने की दिशा में आशा द्वारा दी जा रही सेवाओं की माॅनिटरिंग भी हो जाती है। आशाओ को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि की गणना वास्तव में दी गई स्वास्थ्य सेवाआंे के अनुरूप होती है जिससे भौतिक एवं वित्तीय प्रगति पर निगरानी एवं प्रबंधन मजबूत हुआ है। आशा सॉफ्ट पिछले 3 वर्षों से आशा सहयोगिनियों के लिए तो वरदान साबित हो रहा है।

– मोहन थानवी

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