कुष्ठ कोई अभिशाप नहीं, है सामान्य बीमारी

महात्मा गांधी के निर्वाण दिवस से “स्पर्श” कुष्ठ जागरूकता पखवाड़े का आगाज
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बीकानेर। राष्ट्रपिता माहात्मा गाँधी की पुण्य तिथि पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए शहीद दिवस के साथ-साथ राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण दिवस भी मनाया गया। मंगलवार को स्वास्थ्य भवन प्रांगण में बापू के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर 2 मिनट का मौन रखा गया फिर स्वास्थ्यकर्मियों के साथ कुष्ठ रोग कारण व निवारण विषयक संगोष्ठी के आयोजन के साथ ही “स्पर्श” कुष्ठ रोग जागरूकता पखवाड़े का आगाज किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने जानकारी दी कि 13 फरवरी तक चलने वाले इस पखवाड़े में शहर से लेकर गाँव तक विभिन्न जनजागरण व सर्वे गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि कुष्ठ कोई अभिशाप या पिछले जन्म के कर्मो का परिणाम नहीं है बल्कि एक सामान्य जीवाणु (लेप्रा बेसिली) जनित बीमारी है जिसका आसान सा इलाज होता है। यह कोई छुआछूत का या आनुवंशिक रोग नहीं है। राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत इसकी जाँच एवं ईलाज सभी सरकारी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुफ्त में उपलब्ध है। कुष्ठ रोग की शुरूआत में पहचान एवं जाँच करवा ली जावे तथा पूर्ण इलाज लिया जावे तो कुष्ठ रोग पूरी तरह से ठीक हो जाता है एवं शारीरिक विकलांगता से बचा जा सकता है। इसका इलाज कुछ मामलों में 6 माह एवं कुछ मामलों में 12 माह का हो सकता है। उन्होंने अपील की कि इस बारे में पूरी सावधानी बरतें और कुष्ठ रोग की जांच कराएं। कुष्ठ रोगियों को हर प्रकार से सहायता करें।
राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व डिप्टी सीएमएचओ डॉ. इंदिरा प्रभाकर ने कहा कि चमड़ी पर चमड़ी के रंग से फीका, एक या एक से अधिक दाग या धब्बे जिसमें सुन्नपन, सूखापन, पसीना न आता हो, खुजली या जलन, चुभन न होती हो तो कुष्ठ रोग हो सकता है। शरीर पर, चेहरे पर भौंहो के उपर कानों के उपर सूजन-गठान, दाने या तेलीय चमक दिखाई पड़े, तो कुष्ठ रोग हो सकता है। हाथ पैर में सुन्नता, सूखापन एवं कमजोरी होने पर भी कुष्ठ की जाँच करवायें। बहु औषधीय उपचार-एमडीटी (कुष्ठ निवारक औषधी) कुष्ठ की शार्तिया दवा है, जो सभी सरकारी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुफ्त में उपलब्ध है। उन्होंने सभी से आग्रह किया है कि अगर स्वयं को या पड़ोस के किसी व्यक्ति को इस तरह के दाग धब्बे हों तो आशाधध्आंगनबाड़ीध्स्वास्थ्य कार्यकर्ताध्डॉक्टर से सम्पर्क कर उसकी जांच करवाएं। यदि कोई व्यक्ति कुष्ठ रोग से पीड़ित है, तो उसके साथ किसी भी तरह का भेदभाव न करें एवं जहां तक हो सके उसकी हर प्रकार से सहायता करें।
आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने जानकारी दी कि कुष्ठ रोग तंत्रिका तंत्र संबंधित बीमारी है समय पर इलाज करवाने से कुष्ठ रोग पूर्णतया ठीक हो जाता है लेकिन यदि इसके उपचार में लापरवाही बरती जाए तो अंग विकृति आ सकती है। 98 प्रतिशत लोग प्राकृतिक रूप से इस बीमारी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता रखते है अर्थात मात्र 2 प्रतिशत लोग ही इस बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं।
इस अवसर पर डिप्टी सीएमएचओ (प.क.) डॉ. राधेश्याम वर्मा, लेखाधिकारी विजय शंकर गहलोत, आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य, मेल नर्स कैलाश खत्री व हीरा भाटी सहित विभागीय अधिकारीयों व कर्मचारियों ने भी विचार रखे।

जिला प्रमुख सहित जिला परिषद् सदस्यों ने ली कुष्ठ उन्मूलन की शपथ
जिला प्रमुख सुशीला सींवर की अध्यक्षता में जिला परिषद् की साधारण सभा के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को श्रद्धांजलि देकर कुष्ठ रोग पर विमर्श किया गया। डॉ. इंदिरा प्रभाकर द्वारा सभी सदस्यों को कुष्ठ रोगियों के साथ मानवीय व्यवहार करने, भ्रांतियों को तोड़ने और कुष्ठ उन्मूलन में सहयोग करने की शपथ दिलवाई गई।

विद्यार्थियों को किया जागरूक
राजकीय विद्यालय रामपुरा कॉलोनी में डॉ. लोकेश गुप्ता द्वारा विद्यार्थियों को कुष्ठ रोग की पहचान, जांच व उपचार के बारे जागरूक किया गया। विद्यार्थियों को कुष्ठ रोग उन्मूलन में सहयोग की शपथ भी दिलवाई गई।

– मोहन थानवी

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