बा बापू 150 वीं जयंती अभियान के तहत गांधी विचार आपके द्वार कार्यशाला

गांधी व्यक्तित्व ही नही एक विचारधारा

बाड़मेर बा बापू की 150 वीं जायंति अभियान के तहत गांधी विचार युवा वाहिनी द्वारा सरहदी जिलो में आरम्भ की गई शांति सद्भावना यात्रा के बाड़मेर पहुंचने पर ग्रुप फ़ॉर पीपल और धारा संस्थान द्वारा स्वागत किया गया।साथ ही गांधी विचार आपके द्वार एक दिवशीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यशाला परिसर में गांधी जीवन दर्शन संबंधित प्रदर्शनी और फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई।कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए वक्ता शशि त्यागी ने कहा की ये गाँधी विचार निरंतर चलने वाली , गरीबी ,शोषण,और विषमता का समाधान गाँधी दर्शन में निहित हैं,उन्होंने यात्रा के प्रकाश डालते हुए कहा की सभी धर्मो का आदर हो ,लिंग ,जाती ,धर्म,के आधार पर कोई भेदभाव न हो ,कोई अश्पृश्यता न करे ,सभी लोग मिल जल कर रहे ,इसके लिए गाँधी जी के विचारों ,मूल्यों को जन जन एवं गांव गांव तक पहुँचाने का प्रयास किया हैं ,कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए वक्त आज़ाद सिंह राठोड ने कहा की महात्मा गाँधी आज भी प्रासंगिक हैं ,उन्होंने कहा की हालातो में गाँधी विचारो का महत्व और बढ़ , जरुरत हे युवाओ को गाँधी अपनाने की ,उन्होंने कहा की विचार तात्कालिक न होकर सैम सामयिक हैं , में उपयोगिता हैं ,इस पर गाँधीवादी विचार रमेश भाई ने कहा की गाँधी जी का राजनीतिकरण हो रहा हैं जबकि उनके विचारो को भुलाया जा रहा हैं ,कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए एडवोकेट यञदुत्त जोशी ने कहा की सभावना कायम रखने के लिए गाँधी जी शहीद हो गए,उन्होंने कहा की गाँधी दर्शन को विश्व ने स्वीकार किया हैं ,इस डॉ बंशीधर तातेड़ ने कहा की गाँधी के विचारो को आम तक पहुँचाना पुनीत कार्य हैं ,आज की पीढ़ी को गाँधी विचारो से अवगत करवाया जाना जरुरी हैं ,कार्यशाला को चंदन सिंह भाटी ,महेश पनपालिया ,पुरुषोत्तम खत्री ,सहित गाँधीवादी विचारको ने भी सम्बोधित किया,इस अवसर पर छोगालाल सोनी की पुस्तक सौ वर्ष स्वस्थ जीने के तरीके का गया ,कार्यक्रम में रमेश सिंह िन्दा ,,नरेंद्र खत्री ,निर्मला सिंहल। ज्योति पनपालिया ,गरिमा सिंह जुगतावत ,जसपाल ,सिंह डाभी ,माधो सिंह दांता ,जय परमार सहित मोजिज लोग उपस्थित थे ,कार्यक्रम का संचालन के डी चारण ने किया ,

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