फ़िरोज़ खान
बारां 8 जून । बासथूनी ग्राम पंचायत के गांव हीरापुर में निवास करने वाले मदारी समुदाय के डेरे बारिश व तेज आन्धी में उजड़ गए । नाजिम भाई, जाफरान, नन्नी बाई ने बताया कि 5 जून को अचानक तेज बारिश व अंधड़ के कारण हमारे डेरे उजड़ गए । बस्ती में कुछ नही बचा त्रिरपाल, सीमेट की चद्दरें घर मे रखा सामान उड़ गया । इस कारण बस्ती के सभी महिला, पुरुष, बच्चे खुले आसमान के नीचे अपना जीवन यापन कर रहे है है । उंन्होने बताया कि खाना भी खुले में ही बना रहे है । साथ ही उनको बारिश की चिंता सता रही है । इन लोगो का कहना है कि अगर बारिश पड़ जाए तो सिर छुपाने को जगह तक नही है । मदारी समुदाय के करीब 50 घर हीरापुर में बसे हुए है । सरकार की और से आजतक इनको किसी भी योजना में आवास तक उपलब्ध नही करवाये गए है । इस कारण खुले आसमान के नीचे तम्बू तानकर अपने परिवार के साथ रहते है । इस समुदाय को सविधा दिलाने की मांग पहले भी कई बार की जा चुकी है । उसके बाद भी आजतक किसी भी अधिकारी व ग्राम पंचायत द्वारा इनकी सुध नही ली गयी है । वर्षो से यह परिवार यही रहते आये है । सर्दी, गर्मी, बारिश में यह परिवार तम्बू डालकर अपने परिवार के साथ रहते है । इन्होंने प्रसाशन से मांग की है कि बारिश हमारा सब कुछ उजड़ गया अब हमारे पास पैसा भी नही जिससे कि तिरपाल वगैराह खरीद सके । हमारा पुश्तेनी धंधा खत्म हो गया है । सरकार ने हमारा रोजगार बन्द करवा दिया है । इसके अलावा हमारे पास रोजगार का कोई साधन भी नही है । इस समुदाय के लोग खेल दिखाकर अपने परिवार पालन करते थे । मगर काफी समय से यह बन्द हो गया । उंन्होने बारिश को देखते हुए सहायता की मांग की है । एचआरटीसी बारां के कोडिनेटर ने 8 जून को हीरापुर गांव की मदारी बस्ती का दौरा कर हालत को देखा इनका काफी नुकसान हुआ है । इनके बच्चे खुले में पड़े हुए है । इसको लेकर विकास अधिकारी दिवाकर मीणा को अवगत करवाकर राहत देने की मांग रखी जिस पर उन्होंने बासथूनी ग्राम पंचायत के विकास अधिकारी निर्मल कुमार व देवेंद्र नागर को मौके पर भेजा जिन्होंने बस्ती का दौरा कर मदारी समुदाय के लोगो से जानकारी लेकर मदद का भरोसा दिलाया । वही तहसीलदार सुरेंद्र कुमार शर्मा को भी अवगत कराया गया जिस पर उंन्होने पटवारी से सर्वे करवाकर राहत देने का भरोसा दिलाया ।