बीकानेर, यहां विश्वकर्मा गेट के सामने स्थित गोरक्ष कुटिया की पूर्व महंत साध्वीश्री गोधुनाथजी का स्वभाव शीतल, संतोषी था, वे एक तपस्वी साध्वी थी जिन्होंने तप और त्याग के माध्यम से आध्यात्मिक क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान कायम की थी, यह कहा से श्री नवलेश्वर मठ के अधिष्ठाता श्री शिवसत्यनाथजी महाराज ने. वे बुधवार को गोधुनाथजी के 11 वें निर्वाण दिवस पर अपना उद्बोधन दे रहे थे. इस अवसर पर साध्वी श्री की समाधि पर पंडित संदीप पुरोहित ने वैदिक मंत्रोचार के साथ पूजन अभिषेक संपन्न कराया. मूलसर की महंत साध्वी श्री हंसनाथजी, स्वर्गनाथजी, विलासनाथ जी, गोविंदनाथ जी ने अपने अपने विचार व्यक्त किए. साध्वीश्री गीताबाईजी, नरेंद्रनाथजी ने सभी का स्वागत व आभार व्यक्त किया. पुजारी बाबा सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया. श्रद्घालु महिलाओं ने भजन व भक्ति गीत प्रस्तुत किये.