मनरेगा का काम बंद लोगो ने रोजगार की मांग की

फ़िरोज़ खान
बारां । सिमलोद व बादीपुरा पंचायत के गांवों में मनरेगा का काम बंद होने के कारण लोग बेरोजगार बैठे हुए है । जाग्रत महिला संगठन की सदस्य मोहनी बाई ने बताया कि लकड़ाई गांव में आवेदन करने के बाद भी मनरेगा में काम नही मिल रहा है । इस कारण इस गांव के भील समुदाय के लोग बेरोजगार बैठे हुए है । इसी तरह महोदरी गांव में मनरेगा का काम बंद पड़ा हुआ है । उंन्होने बताया कि इस गांव से करीब 110 श्रमिकों ने 15-20 दिन पुर्व मनरेगा में आवेदन किये थे । उसके बाद भी अभी तक काम नही दिया गया । कस्तूरी बाई ने बताया कि रोजगार के अभाव में लोग पलायन को जाने को मजबूर है । इस गांव से 70-80 लोग पलायन कर गए । अगर समय पर मस्टररोल जारी नही की गई तो बचे हुए लोग भी पलायन कर जाएंगे । उंन्होने मनरेगा में काम देने की मांग की है । इसी तरह गिगचा व गिगची में भी मनरेगा काम बंद पड़ा हुआ है । वहाँ के लोगो ने भी काम देने की मांग रखी है । वही मनरेगा संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर चलने के कारण लोगो को समय पर मस्टररोल जारी नही होने से लोग बेरोजगार बैठे हुए है । इस सम्बंध में विकास अधिकारी दिवाकर मीणा ने बताया कि इन गांवों के काम की सेंशन स्वीकृति के लिए जिला परिषद को भेज रखा है । जैसे ही स्वीकृति आयेगी काम शुरू कर दिया जावेगा ।

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