शिक्षा के साथ प्रयोगवादी सोच की जरूरत ..डॉ प्रीति

साक्षरता सीखने और कौशल विकास के बीच पुल को हटाने के लिए टेक्निकल साक्षरता जरूरी है ये कहना था डॉ प्रीति गुप्ता का बेटियों को , बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत , विश्व साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य में श्री दिव्य आयु हैल्थ ट्रस्ट द्वारा आयोजित बारहगवाड़ बालिका माध्यमिक विद्यालय के कार्यक्रम में । ट्रस्ट अध्य्क्ष डॉ प्रीति गुप्ता ने साथ ही कहा कि आज शिक्षा व्यवस्था में प्रयोगवादी सोच को विकसित करना जरूरी है व सरकारी योजनाओं की धरातल पर चेकिंग की कमी है कार्यक्रम की अद्यक्षता कर रही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की प्रदेश प्रभारी डॉ र्मीना आसोपा ने कहा हम पढ़े और लोगो को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें साथ ही इंफोर्मेशनल टेक्नोलॉजी का हमारी रोजमर्रा जिंदगी में महत्व के बारे में बताया व विभिन्न सरकारी शिक्षा योजनाओ के बारे में बताया । मुख्य अतिथि डॉ अजय जोशी ने कहा कि हमारे देश मे थ्योरी तो अच्छे से पढाते है परंतु असल जिंदगी में उसका उपयोग कैसे हो ये समझना जरूरी है । कार्यक्रम में बैंक ऑफ बड़ोदा के रिटायर्ड प्रबंधक शिव व्यास जी, स्कूल प्रधानाचार्य व उपशाखा प्राभारी अरविंद पुरोहित ने भी अपने विचार रखे।पूजा झबक, अनंत श्रीमाली, ईशा अग्रवाल , व सत्यांनारायन सांखला , सुनीता श्रीमाली, पुष्पा व्यास , शोभा ओझा आदि शिक्षकगण व सभी बालक बालिकाएं उपस्तिथ थे। ट्रस्ट द्वारा साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य में केक काट कर खुशी मनाई व उपस्थित बालक बालिकाओ व सभी को खिलाया व सभी बच्चों को प्रोत्साहन स्वरूप शिक्षण सामग्री भेट की , साथ ही दो स्कूल के पढ़ाई में सबसे होशियार बच्चों को इनाम स्वरूप गेम्स व घड़ी दे कर प्रोत्साहित किया। केक पूजा झवक बना कर लाई थी।

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