जाग्रत महिला संगठन ने मांग पत्र को लेकर रखे क्षेत्र की समस्याओं के विचार

राजनीतिक दलों से क्षेत्र के मुद्दों को शामिल करने की करेंगे मांग

फ़िरोज़ खान
बारां 29 सितंबर । भंवरगढ़ कस्बे के तेजाजी के डंडे पर स्थित जाग्रत महिला समिति कार्यालय पर जाग्रत महिला संगठन के तत्वाधान में आज संगोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसमें क्षेत्र की मूलभूत बुनियादी आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला गया । संगोष्ठी कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आदिवासी क्षेत्र की मुख्य बुनियादी जरूरतों को आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान प्रमुख पार्टियों के घोषणा पत्र में शामिल करवाना है । कार्यक्रम के दौरान उदयपुर जिले से आए आदिवासी संगठन के रमेश यादव ने कहा कि आजादी के 70 वर्षों में भी आदिवासी शहरी क्षेत्र किशनगंज शाहबाद की हालत ज्यों की त्यों बनी हुई है इसे सरकार को बताना होगा वक्फ बोर्ड के पूर्व सदर लियाकत अली ने कहा कि आदिवासी क्षेत्र में शिक्षा ,चिकित्सा आदि बुनियादी व्यवस्थाओं की कमी है । जिसे घोषणा पत्र में शामिल करवाया जाए । वन समिति अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि किशनगंज क्षेत्र को पूर्ण टीएसपी क्षेत्र घोषित किया जाए । भाजपा नेता पंकज गोयल ने कहा कि अवैध शराब बिक्री पर रोक लगाई जाए जिससे आदिवासी अंचल के लोगों में सुधार लाया जा सके आईएफडब्लूजे के जिलाध्यक्ष फिरोज खान ने कहा कि सहरिया लोगों को उनके काम के अनुरूप पारिश्रमिक का भुगतान नहीं हो पा रहा है । समाजसेवी शेख बहादुर व समाजसेवी महबूब खान, लक्ष्मी नारायण, संकल्प सोसायटी के रमेश सेन व चंदालाल भार्गव तथा व बिलासगढ़ सरपंच मोतीलाल सहरिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए ।अंत में उदयपुर से आए खरे साहब ने कहा कि आगामी 5 अक्टूबर से संपूर्ण राजस्थान से कार्यकर्ताओं की टीम जयपुर में धरना देगी जो लगभग चुनाव तक 3 माह तक चलेगा जो आदिवासी अंचलों की प्रमुख समस्याओं को प्रमुख पार्टियों के घोषणा पत्र में शामिल करवाने का पुरजोर प्रयास करेगी । जाग्रत महिला संगठन की जसोदा बाई, भगवान दे, शकुंतला बाई, बैजंती बाई, मोहनी बाई,सामाजिक कार्यकर्ता देवेंद्र शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये ।

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