सम्पन्न हुए ‘इंटर हाउस गेम्स एंड स्पोर्ट्स टूर्नामेंट’

बीकानेर, 14 अक्टूबर। कृषि महाविद्यालय के ‘इंटर हाउस गेम्स एवं स्पोर्ट्स टूर्नामेंट’ का शनिवार को समापन हुआ। टूर्नामेंट में महाविद्यालय के लगभग पांच सौ विद्यार्थियों ने एक दर्जन से अधिक स्पर्धाओं में भाग लिया। टूर्नामेंट प्रभारी डाॅ. नरेन्द्र पारीक ने बताया कि महाविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को छह ‘हाउस’ में विभक्त करते हुए कबड्डी, फुटबाॅल, वाॅलीबाल, बास्केटबाॅल, बैडमिंटन, टेनिस, शतरंज एवं एथलेटिक्स की प्रतियोगिताएं अलग-अलग वर्गों में आयोजित की गईं। टूर्नामेंट के दौरान पहली बार छात्राओं की कबड्डी और फुटबाॅल प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। इस टीचिंग स्टाफ को हर ग्रुप में मेंटर बनाया गया। प्रतियोगिताओं के विजेताओं को कृषि महाविद्यालय के वार्षिक उत्सव के दौरान पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुलाधिपति द्वारा निर्धारित एकेडमिक कलैण्डर के अनुसार यह प्रतियोगिताएं करवाई गईं। उल्लेखनीय है कि टूर्नामेंट का उद्घाटन कुलपति प्रो. बी. आर. छीपा के मुख्य आतिथ्य में आयोजित समारोह में हुआ था।

एसकेआरएयूः अशैक्षणिक पदों के लिए लिखित परीक्षा शांतिपूर्ण सम्पन्न
कुलपति, कुलसचिव तथा परीक्षा समन्वयक ने किया परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण

बीकानेर, 14 अक्टूबर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के अधीन अशैक्षणिक पदों के लिए लिखित परीक्षा रविवार को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी. आर. छीपा, कुलसचिव श्री ताज मोहम्मद राठौड़, परीक्षा समन्वयक तथा प्रसार शिक्षा निदेशक डाॅ. एस. के. शर्मा सहित फ्लाइंग स्क्वाॅॅड ने परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया।
परीक्षा नियंत्रक डाॅ. ए. के. शर्मा ने बताया कि जिला मुख्यालय के आठ परीक्षा केन्द्रों पर दो पारियों में आयोजित परीक्षा में कुल 3 हजार 529 योग्य अभ्यर्थियों में से 2 हजार 4 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। इस प्रकार कुल उपस्थित 56.78 प्रतिशत रही। पहली पारी में प्रातः 9 से 11 बजे तक तकनीकी सहायक/फार्म मैनेजर तथा प्रोग्राम सहायक (कम्प्यूटर) के लिए एवं दूसरी पारी में दोपहर 2 से 4 बजे तक प्रोग्राम सहायक (लैब टेक्निशियन) तथा जूनियर इंजीनियर (सिविल) के लिए परीक्षा ली गई। विश्वविद्यालय द्वारा प्रत्येक केन्द्र के लिए एक-एक आॅब्जर्वर तथा प्रत्येक तीन परीक्षा केन्द्रों के लिए एक-एक फ्लाइंग स्क्वाॅॅड का गठन किया गया था। पहली पारी में आठ तथा दूसरी पारी में तीन केन्द्रों पर परीक्षा हुई। विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षार्थियों की सहूलियत को देखते हुए परीक्षा केन्द्र पर डुप्लीकेट प्रवेश पत्र उपलब्ध करवाए गए।

error: Content is protected !!