हम सब के भीतर है एक बच्चा

बीकानेर । हम सभी के भीतर एक बच्चा है । जिसे हमने हमेशा हंसता खेलता जीवित रखना है । यह हमारा दायित्व है। कुछ ऐसे ही शब्दों में बचपन को लाड़ दुलार से बड़ा करने और बच्चों को प्यार करने का संदेश दिया बाल दिवस पर प्रारंभिक शिक्षा निदेशक श्री श्याम सिंह राजपुरोहित ने । वे निदेशालय में आयोजित बाल दिवस के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे । इस दौरान आगामी दिनों में बच्चों के लिए विविध प्रोग्राम आयोजित करने के निर्देश राज्य की विद्यालयों के लिए जारी किए गए। अजय चोपड़ा राजेश गोस्वामी च्यानणमल भार्गव कैलाश राठौड़ आदि अधिकारियों ने बाल गीत कविताएं बाल साहित्य संबंधित प्रस्तुतियां देकर वाहवाही हासिल की। मुख्य लेखाधिकारी ज्योति बाला व्यास में निदा फाजली का एक शेर “बच्चों के छोटे हाथों को चांद-सितारे छूने, दो चार किताबें पढ़कर, ये भी हम जैसे हो जाएंगे” सुनाकर सभी की दाद और तालियां बटोरी।

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