सारथल क्षेत्र में खुलेआम हो रहा है अवैध खनन का कारोबार

फ़िरोज़ खान
बारां 25 मई । छीपाबडौद उपखण्ड़ के सारथल क्षेत्र सहित आसपास क्षेत्र में वनविभाग की भूमि पर अवैध खनन का कारोबार बड़े जोरों पर जारी है । कस्बे के मार्गो पर फर्राटे से दौड़ते पत्थरो से भरे ट्रेक्टर ट्रॉलियों की आवाजाही बेखौफ होती जा रही है । वन विभाग की उदासीनता के चलते अवैध खनन माफियाओं की अच्छी चाँदी कूट रही है । सारथल सहित कलमोदिया,बिलेंडी में अवैध खनन का कारोबार सबसे अधिक हो रहा है । प्रातः काल से लेकर शाम तक अनगिनत ट्रेक्टर ट्रॉली पत्थरो से भरकर छीपाबडौद, अकलेरा, हरनावदाशाहजी सारथल में पहुँच रहे है ।महीने में वनविभाग की एक्का दुक्का कार्यवाही का असर बेअसर हो जाता है वही खनन माफियाओं की शरण स्थली बनी राजनीतिक पार्टियों के कारण भी विभाग बेबस होकर हाथ के ऊपर हाथ थरे हुऐ है ।

क्षेत्र का पर्यावरण हुआ बर्बाद
क्षेत्र में अवैध खनन के चलते चारागाह भूमि पूरी तरह से बर्बाद हो गई है व बंजर भूमि में बदल गई है बड़े पैमाने पर चल रहे अवैध खनन के चलते कई बीघा भूमि बड़े बड़े खड्डों में तब्दील हो चूंकि है । वही कस्बे के एक मात्र प्रकृतिक सोत्र तलाब भी अवैध खनन की भेंट चढ़ता जा रहा है तलाब के ऊपरी हिस्से में हो रहे अवैध खनन के चलते तलाब वर्षा ऋतु में भी पानी नही भरता । वही समय से पहले ही खाली हो जाता है तलाब । जिसके चलते ग्रीष्मकाल में जानवरों को पीने का पानी नही तक नसीब नही होता ।

अवैध खनन बन्द कराने में पत्रकार ने जान गंवाई थी
अवैध खनन को रोकने की नाकामयाब कोशिश की कीमत सारथल पत्रकार अय्यूब खां को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी थी नवम्बर माह 2013 में ठेकेदार द्वारा अवैध खनन क्षेत्र में डम्पर चढ़ा कर पत्रकार को कुचल दिया था । फिर भी अवैध खनन का कारोबार थमा नही ।

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