सहस्त्रनाम विधान का हुआ समापन

निकाली शोभायात्रा, विश्व शांति महायज्ञ मे दी आहुतियां
दोनो आचार्य संघो को गिंगला में चातुर्मास करने का किया निवेदन

मेनार || श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर की प्रतिष्ठा के 29 वें वार्षिकोत्सव के उपलक्ष में आचार्य वैराग्यनंदी महाराज और आचार्य सुंदरसागर महाराज के सानिध्य में चल रहे श्री मद् जिन सहस्त्रनाम महामंडल विधान का सोमवार प्रातः विश्व शांति महायज्ञ और शोभायात्रा के साथ समापन हुआ । प्रवक्ता अनिल स्वर्णकार ने बताया कि कि प्रातः पण्डित महावीर जैन गींगला के निर्देशन में श्रीजी का पंचामृत अभिषेक ,पूजन, और विश्व शांति महायज्ञ हुआ महायज्ञ में सौधर्म इंद्र, कुबेर इंद्र, यज्ञनायक सहित सभी इंद्र इंद्राणीयो ने विभिन्न मंत्रोचार के साथ आहुतियां दी। महायज्ञ की पूर्णाहुति पश्चात श्रीजी की प्रतिमाओं को समवशरण से पुनः मंदिर में विराजमान किया गया। इस अवसर पर बैंड बाजों के साथ भगवान को पालकी में विराजमान पर ग्राम में शोभायात्रा निकाली गई।शोभायात्रा मे भक्ति धुनों पर युवक – युवतियां खूब थिरके। कार्यक्रम में उथरदा ,खरका, ईडाणा, सलूम्बर, भिंडर के श्रावकगण मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन झमक लाल सोमावत ने किया।
गिंगला में चातुर्मास करने हेतु किया निवेदन
सकल जैन समाज गिंगला की ओर से पंच प्रतिनिधियों ने आचार्य वैराग्यनंदी महाराज ससंघ और आचार्य सुंदर सागर महाराज ससंघ ( 42 पिच्छी) को श्रीफल भेंट कर चातुर्मास गिंगला में करने हेतु निवेदन किया। इस अवसर पर समाज के माधुलाल सोमावत, धनराज खरकिया, अशोक कोठारी, केशुलाल खरकिया ,कांतिलाल मोटावत ,मांगीलाल खरकिया, गोकुल चंद मालवी, मांगीलाल शेरावत ,हेमराज मालवी, रोशन लाल भोजावत ,मुकेश कोठारी ,पंकज जैन, झमक शेरावत सहित सैकड़ो श्रावक- श्राविका मौजूद थे।

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