मानस का अवतार ही कर सकता है रोगियों की सेवा- वेष्णव

हाइकोर्ट जज सहित कई प्रमुख लोगों ने नवग्रह आश्रम पहुंच कर सेवा कार्यो की ली जानकारी
मोतीबोर का खेड़ा-17 जून / भीलवाड़ा जिले में मोतीबोर का खेड़ा में केंसर मुक्त भारत का निर्माण करने के संकल्प के साथ कार्यरत श्रीनवग्रह आश्रम में जिले के प्रसिद्व मानस सिद्व हनुमान मंदिर सुठेपा के उपासक बजरंगलाल वैष्णव सहित कई प्रमुख लोगों ने निरीक्षण कर वहां रोगियों की सेवा के लिए किये जा रहे कार्यो को देखा। आज हाइकोर्ट जज सहित कई जनप्रतिनिधि भी पहुंचे।
निरीक्षण के साथ ही मानस सिद्व हनुमान मंदिर सुठेपा के उपासक बजरंगलाल वैष्णव नवग्रह आश्रम परिसर का बारीकी से अध्ययन करने के साथ ही इसे तपोस्थली बताया। सुठेपा के उपासक बजरंगलाल वैष्णव ने कहा कि मानस का अवतार ही नवग्रह आश्रम जैसे रोगियों की सेवा कर सकता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को परोपकारी होना चाहिए, क्योंकि परहित के समान कोई दूसरा धर्म नहीं है। परोपकार सबसे बड़ा धर्म है। परोपकार एक सामाजिक भावना है। इसी के सहारे हमारा सामाजिक जीवन सुखी और सुरक्षित रहता है। परोपकार की भावना से ही व्यक्ति मित्रों, साथियों, परिचितों और अपरिचितों की निष्काम सहायता करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि परोपकार दो शब्दों के मेल से बना है। पर और उपकार। इसका अर्थ है, दूसरों की भलाई करना। प्रकृति का अणु-अणु हमें परोपकार की शिक्षा देता है। परोपकार के लिए ही बादल बरसते हैं तथा जल धरती को हरा भरा बनाकर हमारी खेती को लहलहा देता है। सूर्य तपता है और रोशनी देता है। हवा बहती हुई जीवन देती है। चन्द्रमा अपनी चांदनी से शीतलता प्रदान करता है। वृक्ष फलों से लदे होते हैं, किन्तु वे स्वंय फल नहीं खाते। नदियां जल से भरी होती हैं, किन्तु स्वयं जल नहीं पीती। पृथ्वी हमारे लिए अपने प्राणों का रस निचोड़ती है।
हाइकोर्ट जज ने भी किया निरीक्षण- ग्वालिया हाइकोर्ट के जज न्यायमूर्ति राजेश तिवारी, मेरठ(यूपी) के लोकबदालत के जज योगेश कुमार ने नवग्रह आश्रम पहुंच कर यहां वानस्पतिक चिकित्सा पद्वति के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। आश्रम के सुरेंद्रसिंह ने बताया कि आज असम के एक जज, बीएसएफ के डिप्टी कमांडेड, राजस्थान पत्रिका भीलवाड़ा के वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र वर्मा, महेश ओझा, नगर पालिका गुलाबपुरा के अध्यक्ष धनराज गुर्जर सहित कई अन्य लोगों ने आश्रम की गतिविधियों के बारे में जाना तथा यहां के विकास पर आश्रम संस्थापक हंसराज चोधरी से विस्तार से चर्चा की। चोधरी ने सभी का स्वागत करते हुए उनको आश्रम का साहित्य भेंट किया और रोगियों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में अवगत कराया।
श्री नवग्रह आश्रम सेवा संस्थान
(मीडिया विंग)
मोतीबोर का खेड़ा
तहसील आसींद जिला भीलवाड़ा

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