अध्यात्म चिकित्सा के लिए नवग्रह आश्रम में नवग्रह मंदिर का शुभारंभ 16 से

मोती बोर का खेड़ा (भीलवाड़ा)- 15 जुलाई

भीलवाड़ा जिले के मोती बोर का खेड़ा में केंसर मुक्त भारत निर्माण का संकल्प लेकर कार्य कर रहे श्री नवग्रह आश्रम में 16 जुलाई मंगलवार से नवग्रह मंदिर का शुभारंभ भी किया जा रहा है। गुरू पूर्णिमा के मौके पर विधि विधान के साथ औपचारिक रूसे आश्रम परिसर में बनाये गये इस नवग्रह मंदिर का शुभारंभ किया जायेगा।
आश्रम संस्थापक हंसराज चोधरी ने बताया कि समूचे देश में इस प्रकार का अनूठा मंदिर केवल यहीं पर बनाया गया है। इससे आश्रम पहुंचने वाले रोगी अध्यात्म चिकित्सा के तहत मंदिर में नवग्रह के पौधों के सानिध्य में रहकर उपचार करा सकेगें। मिट्टी की पारंपरिक कला के लिए मशहूर राजसमंद जिले के मोलेला गांव में वहां के प्रसिद्ध पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त वयोवृद्ध शिल्पकार मोहनलाल कुम्हार द्वारा नवग्रह मंदिर के लिए मुर्तियां तैयार की गई है।
चोधरी ने बताया कि शिल्प के इस बेजोड़ कलाकृतियों को साकार रूप देने के लिए आश्रम परिसर में स्थापित किये गये नवग्रह मंदिर इनको प्रतिस्थापित किया गया है। मंदिर में इन कलाकृतियो के साथ उस ग्रह से संबंधित पौधा, उसका नाम व विवरण का चार्ट तैयार करने के साथ ही उस ग्रह का पोधा भी पास में लगाया गया है ताकि आश्रम में आने वाला प्रत्येक रोगी नवग्रह मंदिर में पहुंच कर अपने से संबंधित ग्रह का पौधा देख सके व उनके सानिध्य में कुछ समय बीता कर आनंद की अनुभूति कर सकें क्योंकि ग्रहों के पौधों का सानिध्य निश्चित रूप से व्यक्ति को आनंददायी जीवन ही देता है।

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