शाहपुरा में एक साथ उठी दो परिवारों की आठ अर्थियां

शाहपुरा के बाजार व निजी शिक्षण संस्थाएं रही बंद
शाहपुरा- मूलचन्द पेसवानी/ भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा कस्बे निवासी दो परिवारों के 8 लोगों का शनिवार को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। इन सभी लोगों की मौत शुक्रवार को नाकोड़ा भैरवनाथ जाते समय राजसमन्द की देसूरी नाल में दुर्घटना से हुई थी। आज पूरे कस्बे में मातम का माहौल था और बाजार व निजी शिक्षण संस्थाएं भी बन्द रहे। वहीं अंतिम यात्रा में भी लोगों का हुजुम उमड आया और हर कोई उन्हे गमगीन आंखों से अंतिम विदाई दे रहा था। अंतिम संस्कार में भीलवाड़ा के सांसद सुभाष बहेडिया भी पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी।
शाहपुरा के दिलखुशाल बाग में रहने वाले मुकेश अग्रवाल अपनी पत्नि ममता, पुत्र यश और दर्शिल के साथ ही कोठार मोहल्ला निवासी शिक्षक पंकज जैन अपनी पत्नि संगीता जैन, पुत्री अनन्दा, अन्यया ईको वैन में सवार होकर नाकोड़ा स्थित पार्श्वनाथ जैन मन्दिर के लिए शुक्रवार सुबह रवाना हुए। ईको वैन मध्यप्रदेश में नीमच जिले के बांसी बोहडा ग्राम निवासी जयंत अग्रवाल चला रहा था। उन्होने राजसमन्द जिले में स्थित गढबोर चारभुजा दर्शन के बाद दोपहर में वह देसूरी नाल पहुंचे जहां पंजाबी मोड के पास सामने से आ रहे एसिड से भरे टैकर ने उन्हे अपनी चपेट में ले लिया। जिसके कारण गाडी में सवार सभी 9 लोगों की टैंकर के नीचे दबने से मौत हो गयी थी। इस हादसे में दोनों परिवार का एक भी सदस्य नहीं बच पाया है। इसकी खबर शाहपुरा में आते ही पुरा कस्बा गमगीन माहौल में हो गया।
शाहपुरा कस्बे के दो परिवारों के 8 जनों को आज नम आंखों से कस्बे वासियों ने अंतिम विदाई दी। इस दौरान शाहपुरा कस्बा पूर्णतरू बंद रहा। इस मौके पर वहां सांसद सुभाष बहेडिया, एएसपी अनुकृति उज्जैनिया, एसडीएम महावीर प्रसाद नायक, डिप्टी भंवर सिंह, तहसीलदार अशोक कुमार सोनी, सीआई भजनलाल सहित शाहपुरा के राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।
शाहपुरा कस्बे के लोग कल मंदिरों से लेकर गली-मोहल्लों में जन्माष्टमी की तैयारियों में लगे थे। दोपहर बाद जब दर्दनाक हादसे में नौ जनों की मौत की खबर ने कस्बे के बाशिंदों को झकझोर कर रख दिया। इसके बाद कई जगह जन्माष्टमी के कार्यक्रम रद्द कर दिये गये। कुल मिलाकर 23 अगस्त का दिन कस्बे के लिए काला दिन साबित हुआ। वही आज उनके शवो का अंतिम संस्कार किया गया ,एक साथ जब 8 अर्थिया उठी तो हर किसी की आंख से आंसू छलक पड़े ,क्या आम क्या खास हर कोई नम आंखों से मृतकों की अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुचा। अंत्येष्टि में पहली बार पूरे कस्बे के लोग शामिल हुए और पूरा बाजार बंद रहा। सांसद सुभाष बहेड़िया ने कहा कि शाहपुरा के इतिहास में यह उन्होंने पहली दफा देखा कि एक साथ आठ शवों को एक साथ लाया गया।
इस हादसे में शाहपुरा के व्यवसायी मुकेश अग्रवाल (40), उसकी पत्नी ममता, पुत्र यश (10) व दर्शिल (5) के अलावा शिक्षक पंकज जैन (40), उसकी पत्नी संगीता, पुत्री अवन्या (15) व आनंदा (12) भी कार में सवार थे। आठों के शव विगत मध्य रात्रि में शाहपुरा पहुंचे। इसके अलावा हादसे में मुकेश अग्रवाल के साढू का पुत्र नीमच निवासी जयंत अग्रवाल (18) भी था। जिसका शव नीमच ले जाया गया है। इस हादसे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विस अध्यक्ष डा. सीपी जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व विस अध्यक्ष कैलाश मेघवाल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी ने गहरा दुख प्रकट किया है।

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