नम्बर वन की टेग लाइन से लड़ा चुनाव तकदीर तश्वीर ही बदल डाली

अरावली की पहाड़ियों में छितराई सी आबादी में बसा राजस्थान प्रदेश के राजसमन्द जिले के भीम पंचायत समिति का गांव मण्डावर चार-पांच साल पहले गुमनामी के अंधेरे में खोया हुआ था, कोई अधिकारी व कार्मिक इस गांव के नाम से कतराते थे । जिला मुख्यालय से 80 किमी तथा तहसील मुख्यायल से 30 किमी दूर गांव पाली व अजमेर जिले की सीमा पर स्तिथ है। 2015 के चुनाव में नम्बर वन मण्डावर की टेग लाइन से चुनाव से लड़ने वाली प्यारी रावत ने चुनाव जीता । चुनाव की टेग लाइन आज हकीकत लाइन बन गया है। गांव के पिछड़ापन व बदहाली से निकाल गांव को अग्रिम पंक्ति में लाकर खड़ा कर दिया। जिस गांव को आस पड़ोस के गांवों तक नही जाना जाता था आज व देश दुनिया मे अपनी काबिलियत हौंसले की बुलन्दी के झंडे गाड़ रहा है। गांव में पूर्ण शराबबन्दी संघर्ष को देश दुनिया ने देखा। मीडिया की ब्रेकिंग न्यूज बन गया। आज गांव की दलदली व पथरीली पगडंडिया पक्के रास्तों के रूप में तब्दील हो चुकी है। सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ पहुचाने के लिये सरपंच प्यारी रावत की मेहनत लगन से अव्वल दर्जे का मुकाम हासिल किया है।
सरपंच प्यारी रावत बताती है कि सरपंच बनने से पूर्व सौर व पवन ऊर्जा हब बनाकर गांव को अपनी बिजली से रोशन करने का सपना संजोया था। इसकी लम्बी प्रक्रिया होने पूर्ण नही हो सका पर इसका खाका खींचा जा चुका है। गांव में वृहद पैमान पर सौर ऊर्जा लगाने को लेकर सब तैयारियां पूर्ण हो चुकी है बस देरी है तो लगने की है। वही गांव की ऊंचाई सामान्य से अधिक होने व मारवाड़ की सीमा पर स्तिथ होने पवन ऊर्जा की संभावना तलाश की । इस हेतु तीन वर्ष पूर्व गांव में पवन ऊर्जा जांच को लेकर उपकरण लगाया। इसकी रिपोर्ट के मुताबिक बेहतर स्तिथि है। जल्दी ही पवन ऊर्जा के माध्यम से मण्डावर अपनी विशिष्ट पहचान कायम करेगा। वही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। रेल बजट के अनुरूप मण्डावर में होकर नवीन रेल लाइन निकलने के साथ मण्डावर रेलवे स्टेशन बनना भी प्रस्तावित है।

गांव को मिलेगी निःशुल्क बिजली, अन्यत्र सप्लाई से होगी इनकम
मण्डावर की तकदीर व तश्वीर बदलने को लेकर संघर्षरत सरपंच प्यारी रावत ने बताया कि मण्डावर में सौर ऊर्जा व पवन ऊर्जा संयंत्र स्थापना के मुताबिक मण्डावर गांव के सभी मजरों व ढाणियों को निःशुल्क बिजली से जोड़ा जाएगा। गांव में स्ट्रीट लाइट, हेलोजन लाइट का विकास किया जाएगा। दिन की सप्लाई सौर ऊर्जा होगी तथा रात की सप्लाई पवन ऊर्जा से जोड़ी जाएगी। संयंत्र से गांव में सप्लाई के बाद शेष बिजली को अन्यत्र सप्लाई किया जाएगा। इस सप्लाई से होने वाली इनकम से कर्मचारियों के वेतन के साथ गांव के विकास में लगाया जाएगा।

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