फ़िरोज़ खान
बारां 23 दिसंबर । डूडावर निवासी विधवा महिला विमला बाई ने बताया कि मेरे पति की मृतुय 11 दिसंबर को इलाज के दौरान हो गयी । मेरे 2 बच्चे है । दोनों पढ़ते है । एक लड़की की शादी हो चुकी है । परिवार का पालन पोषण करने वाला कोई नही है । जाग्रत महिला संगठन के कार्यकर्त्ता द्वारा पंचायत ग्राम विकास अधिकारी से बातकर इसका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की मांग रखी । जिस पर उन्होंने कहा कि इनको ग्राम पंचायत में भेज देना । उसके बाद इस महिला को सहरिया परियोजना के माध्यम से दस हजार रुपए की आर्थिक सहायता व पेंशन शुरू करवाने में सहयोग किया । बिरमानी गांव की विधवा महिला पपीता बाई ने बताया कि मेरे पति सियाराम सहरिया की 4 अक्टूबर को मृत्यु हो गयी । पति की मृत्यु के बाद 7 दिसंबर को ही एक लड़की को जन्म दिया है । इसके परिवार में कोई नही है । इसको लेकर इस महिला का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर सहरिया परियोजना के माध्यम से दस हजार की आर्थिक सहायता राशि दिलवाने में मदद की । संगठन द्वारा इस विधवा महिला का पेंशन फार्म भरवाकर ऑनलाइन करवाकर पेंशन शुरू करवाने में सहयोग किया । स्वास निवासी विधवा महिला गंगा बाई अपने पांच बच्चो के साथ तंग हाल जीवन गुज़ारने को मजबूर है । विधवा महिला का पति अगस्त 2019 में मुंगावली से स्वास आते समय एनीकट से पैर फिसल जाने के कारण पानी मे डूबने से मृत्यु हो गयी । इसके चार लड़कियां व एक पुत्र है । परिवार में कोई कमाने वाला नही है । विधवा गंगा बाई मेहनत मजदूरी कर अपने बच्चों को पाल रही है । इसके पास रहने के लिए कच्चा मकान है । जाग्रत महिला संगठन के द्वारा इस महिला का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर विधवा पेंशन का आवेदन तैयार कर ऑनलाइन करवाया गया । उसके बाद इसकी पेंशन शुरू हो गयी है । इस महिला को अभी तक भी किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता नही मिली है । इसके पति की मृत्यु बारिश के मौसम में हुई है । इसको मुख्यमंत्री सहायता कोष से आर्थिक मदद मिलना चाहिए
फ़ोटो-स्वास निवासी गंगा बाई का परिवार ।
