गुणवत्ता-पूर्ण कार्य न होने पर अभियन्ताओं को चार्जशीट

बीकानेर, 27 दिसम्बर। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि एम.एम.ग्राऊण्ड के पास से राष्ट्रीय राजमार्ग तक (रंगोलाई महादेव मार्ग) जाने वाले रास्ते को ठीक किया जाए। तीन माह पूर्व ही यहाँ सड़क तथा डिवाईडर का निर्माण करवाया गया था, जो कि घटिया निर्माण के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है। यह दोनों कार्य डिफैक्ट लायबिलिटी पीरियड में हैं, कार्यकारी एजेन्सी को नियमानुसार पाबन्द कर तत्काल पुनः कार्य करवाया जाए, साथ ही इस कार्य को देख रहे अभियन्ताओं को भी चार्जशीट दी जाए।
गौतम शुक्रवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे। उन्होंने कहा कि एम.एम.ग्राऊण्ड के पास से राष्ट्रीय राजमार्ग की ओर जाने वाली सड़क पर अतिक्रमण हो रखे हैं और सड़क के किनारे भवन निर्माण सामग्री पड़ी है। न्यास सचिव, पुलिस और निगम के अधिकारियों को साथ लेेकर अतिक्रमण हटा कर सड़क कोे और चैड़ा करें तथा सामग्र्री को मौके पर ही सीज कर नियमानुसार नीलाम की जाए। उन्होंने कहा कि सड़क पर अतिक्रमण कर व्यवसाय करने वालों के विरूद्ध भी नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाए।
पूगल रोड को बनाया जाएगा माॅडल रोड
जिला कलक्टर द्वारा भ्रमण के दौरान पूगल रोड का भी निरीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर रेलवे ओवर ब्रिज तक इस रोड को माॅडल रोड में कन्वर्ट किया जाए। यहाँ वाॅल टू वाॅल रोड का निर्माण करवाया जाए। यहां जो विद्युत पोल लगे हैं, उनको हटाकर जहां तक संभव हो अंडरग्राउंड लाईन डाली जाए, नहीं तो विद्युत पोल को सड़क के किनारे स्थानान्तरित किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़क के बीच डिवाइडर बनाए जाएं। इन डिवाइडरों में वृक्षारोपण का कार्य भी करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था भी इस तरह से की जाए कि अन्य जिले से आने वाले लोगों को यहां आते ही बीकानेर की एक अच्छी छवि नजर आए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आवारा पशु विचरण न करें, इस बात को ध्यान में रखते हुए यहां खाद्य सामग्री फैंकने की पाबन्दी की पालना सुनिश्चित करें।
गौशाला का किया निरीक्षण
जिला कलक्टर गौतम ने पूगल रोड ओवरब्रिज के पास स्थित गौशाला का भी निरीक्षण किया। यहां की व्यवस्थाओं को देखा और निर्देश दिए कि यहां आने वाले पशुओं की सार-संभाल बेहतर तरीके से की जाए, विशेषकर सर्दी से बचाव के सभी पुख़्ता इंतजाम किए जाएं। उन्होंने कहा कि जहां पशु बैठते हैं, उस संपूर्ण क्षेत्र को तिरपाल से कवर किया जाए। शुक्रवार शाम तक इसे कवर कर इसके फोटो जिला कलक्टर के मोबाईल पर उपलब्ध करवाए जाएं। अगर इस कार्य में किसी भी स्तर पर कोताही बरती गई, तो संबधित के विरूद्ध राजकीय नियमों के तहत सख़्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि वर्तमान में छोटे बेसहारा पशु पकड़ कर गौशालाओं में सुपुर्द न किये जाएं। साथ ही वर्तमान में जो छोटे पशु इस गौशाला में है, उन्हें पृथक स्थान पर रखा जाए। उन्होंने पशु चिकित्सक से बातचीत की और पशुओं के स्वास्थ्य के बारे में पूछा। विशेषकर गत दिनों हुई पशुओं की मृत्यु का कारण भी जाना। पशु चिकित्सक ने बताया कि जो बेसहारा पशु यहां लाए गए हैं उन पशुओं द्वारा पूर्व में ही पाॅलिथीन खाया गया था और उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं था। गौशाला में किसी तरह की ख़ामी के चलते पशुओं की मृत्यु नहीं हुई है।
पांचों गेटों का होगा सौन्दर्यकरण
गौतम ने न्यास सचिव मेघराज सिंह मीनाा को निर्देश दिए कि शहर के पांचों गेट (कोटगेट, जस्सूसर गेट, नत्थूसर गेट, शीतला गेट तथा गोगागेट) पर सौन्दर्यकरण का कार्य करवाया जाए। गेटों में जो टूटफूट हो रखी है, उसे ठीक करवाया जाए। रंग रोगन करवाते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि गेटों की मेन डिजाईन में किसी तरह की छेड़छाड़ न हो। उन्होंने कहा कि गेटों के आसपास बोर्ड लगाएं जाए कि ऐतिहासिक स्थल पर किसी तरह के इश्तहार आदि न लगाए। अगर कोई व्यक्ति इश्तहार पोस्टर आदि लगाता है तो उसके विरूद्ध संपत्ति विरूपण के तहत कार्यवाही अमल में लाने के लिए एफआईआर दर्ज करवाई जाए।
म्यूजिम तिराहे के सौन्दर्यीकरण का हो कार्य
न्यास अध्यक्ष ने बताया कि म्यूजियम तिराहे के सौन्दर्यीकरण का कार्य भी शीघ्र प्रारम्भ हो। यहां मुख्य सड़क के आसपास से अतिक्रमण हटाए जाएं और बसों के ठहराव के स्थान को भी व्यवस्थित किया जाए। इसके लिए यातायात पुलिस को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि तिराहे के आसपास अव्यवस्थित रूप से बसें न रूकें, साथ ही यहां आॅटोरिक्शा सड़क पर न रूकें इसके भी समुचित प्रबंध किये जाएं। उन्होंने मेजर पूर्णसिंह सर्किल की तरफ जा रहे सड़क मार्ग को भी वाॅल टू वाॅल बनाने और मार्ग के मध्य स्थित बस स्टाॅप को भी व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। गौतम ने म्यूजियम तिराहे पर चल रहे निर्माण कार्य को भी देखा, जहां कार्य के दौरान सड़क पर पानी बह रहा था। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि सड़क निर्माण सहित अन्य कार्यों के दौरान पानी की लाईन क्षतिग्रस्त न हो और पानी न बहे। कार्य प्रारंभ करने से पूर्व संबंधित क्षेत्र के अभियन्ता से कार्यकारी एजेन्सी समन्वय स्थापित कर पानी की आपूर्ति की ऐसी व्यवस्था करें कि उपभोक्ताओं को पानी मिल सके। त्रुटिवश अगर पाईप लाइन क्षतिग्रस्त हो जाए तो उसे तुरन्त ठीक करवाएं ताकि पानी व्यर्थ न बहे।

-✍️ मोहन थानवी / देव थानवी

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