देवनानी ने कहा कि प्रदेश में हर बसंत पंचमी पर बच्चियों एवं प्रतिभाओं को गार्गी पुरस्कार से पुरस्कृत करने की परम्परा रही हैं। परम्परानुसार इस बसंत पंचमी पर भी करीब एक लाख बच्चियों को सम्मानित किया जाना था लेकिन राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री की ओर से ऐसा नहीं किया गया। बसंत पंचमी पर प्रतिभाओं को गार्गी पुरस्कार देने के बजाए वे अपने आकाओं की रैलियों को सफल करने में व्यस्थ रहे। राहुल जी की रैली सफल हो उसकी चिंता कांग्रेस सरकार एवं शिक्षा मंत्री को थी लेकिन प्रतिभावान बच्चियों का सम्मान बसंत पंचमी हो इसकी चिंता उसे नहीं रही। प्रतिभाओं को सम्मानित करने के बजाए राहुल जी की रैली एवं सीएए का विरोध करना कांग्रेसी नेताओं के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण रहा।
देवनानी ने कहा कि बसंत पंचमी पर इस बार एक लाख बच्चियों का गार्गी पुरस्कार नहीं मिलना प्रदेश शिक्षा मंत्री की हठधर्मिता, नाकारापन एवं उदासीनता को दर्शाता है।