रीट परीक्षाः अव्यवस्थाओं का अंबार, फिर भी बेपरवाह सरकारः देवनानी

प्रो. वासुदेव देवनानी
जयपुर, 20 सितम्बर। भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि ढेर सारी अव्यवस्थाओं के बीच राज्य सरकार ‘रीट परीक्षा-2021’ कराने को आतुर है। सबसे बडी परीक्षा रीट 2021 आधी अधूरी व्यवस्थाओं के बीच होने से न केवल लाखों विद्यार्थियों के जीवन के साथ खिलवाड हो रहा है बल्कि सरकार की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह खडा हो रहा है।

देवनानी ने बताया कि रीट सबसे बडी परीक्षाओं में आती है। रीट की दोनों पारियों में करीब 26 लाख से अधिक विद्यार्थी परीक्षा में बैठ रहे हैं लेकिन राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी प्रवेश पत्रों में गलतियों का अंबार लगा पडा है। प्रवेश पत्र में महिला परीक्षार्थियों को पुरूष परीक्षार्थी बना दिया गया है। पुरूष के स्थान पर महिलाओं की फोटों छपी आ रही है। अनेकों के आयु में गडबडी है। हजारों विद्यार्थियों की कैटेगरी में भी परिवर्तन कर दिया गया। परीक्षार्थियों के सामने संकट खडा हो गया है कि वे प्रवेश पत्र की गलतियॉ ठीक कराएॅ या फिर परीक्षा की तैयारी करें।

उन्होंने कहा कि परीक्षा केन्द्र आवंटित करते समय भी बोर्ड ने परीक्षार्थियों की सुविधा-असुविधा का स्मरण नहीं रखा। परीक्षार्थियों को दूर दराज गॉवों में भी परीक्षा केन्द्र आवंटित कर दिए गए। लाखों विद्यार्थी ऐसे है जिन्हें तीन से चार सौ किलोमीटर दूर तक परीक्षा केन्द्र आवंटित किए गए है। अनेक परीक्षा केन्द्र तो ऐसे दूरगम गॉवों में है जहॉ आवाजाही के ही सीधे कोई वाहन नहीं है। घर से परीक्षा केन्द्र की दूरी देखकर परीक्षार्थियों के पसीनें छूट रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी तो महिला परीक्षार्थियों को उठानी पड रही है। बोर्ड ने अभिभावकों के ललाट पर लकीरें देने का काम किया है। इतनी समस्या के बाद भी सरकार के कानों पर जॅू तक नहीं रेंक रही है। जिम्मेदार अधिकारी हाथ पर हाथ धरकर बैठे हुए है। परीक्षार्थियांें का आवाजाही में परेशानी नहीं हो इसको लेकर सरकार की ओर से अब तक कोई खास व्यवस्था नहीं की है। देवनानी ने परिवहन विभाग से परीक्षार्थियों के लिए विशेष बसें लगाने की मॉग की है ताकि परीक्षार्थियों को कम से कम आवाजाही में आ रही समस्या से काफी हद तक राहत मिल सकें।

error: Content is protected !!