वर्ल्‍ड एलिफेंट डे के अवसर पर एनिमल प्रोटेक्‍शन ने पिटीशन और जागरूकता अभियान ‘नो प्राइड इन एलिफेंट राइड’ किया शुरू

जयपुर, अगस्‍त, 2022-जयपुर के साइकिल ग्रुप राजस्‍थान रोड राइडर्स ने आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष में चल रहे आजादी का अमृत महोत्‍सव और तिरंगा यात्रा में वर्ल्‍ड एनिमल प्रोटेक्‍शन को अपना समर्थन दिया है। जयपुर में पर्यटकों को लुभाने के लिए हाथियों के उपयोग और उनकी दुर्दशा को लेकर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान को वर्ल्‍ड एलिफेंट डे के अवसर पर इन संगठनों का समर्थन मिला है।

इस यात्रा को पत्रिका गेट से हरी झंडी दिखाई गयी और जेएलएन मार्ग से अल्‍बर्ट हॉल तक जाकर फिर से पत्रिका गेट पर ही समाप्‍त हुयी। आमेर किले पर हाथियों का उपयोग पर्यटकों को सवारी कराने के लिए किया जाता है,जिसके चलते इन जंगली जीवों को बहुत ही अमानवीय परिस्थितियों में रहने और पीड़ा सहने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

वर्ल्‍ड एनिमल प्रोटेक्‍शन के कंट्री डायरेक्‍टर, गजेंद्र कुमार शर्मा ने कहा, ‘इस मुहिम को मजबूत करने के लिए हमारे सभी समर्थकों और पार्टनर्स को मैं धन्‍यवाद देना चाहता हूं। हमारा यह प्रयास आजादी के 75वें वर्ष के संकल्‍प की परिणिती है जिसमें जिसमें हमने प्‍लेनेट एंड पीपल के लिए एक प्रतिबद्धता जाहिर की है कि धरती पर रहने वाले सभी जीवों के बीच एक सहचर की भावना विकसित की जा सके। हम अपनी प्रतिबद्धता एक्‍शन@75के माध्‍यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्‍वास, सबका प्रयास को साकार करने का प्रयास कर रहे हैं। इस धरती पर सभी जीवों के बीच सह-अस्तित्‍व को बढ़ावा देने और बेजुबान जानवरों की आवाज बनकर उनको पीड़ादायक जीवन से छुटकारा दिलाना हमारा उद्देश्‍य है।

राजस्‍थान रोड राइडर्स के संरक्षक डॉ. जी.एल. शर्मा और अध्‍यक्ष ब्रिजेंद्र सिंह राजावत ने कहा, ‘हम आजादी के 75वें वर्ष के जश्‍न आजादी का अमृत महोत्‍सव और तिरंगा यात्रा में शामिल होकर गर्व का अनुभव कर रहे हैं। हम वर्ल्‍ड एनिमल प्रोटेक्‍शन के अभियान नो प्राइड इन एलिफेंट राइड का समर्थन करते हैं।चेन में बांधकर एक वस्‍तु बनाकर रख दिए गए इन राजसी वन्‍यजीवों की आजादी के बारे में बात करने का यह उचित अवसर है। हाथी प्राकृतिक वातावरण में स्‍वतंत्र जीवन जीने के हकदार हैं।’

वर्ल्‍ड एनिमल प्रोटेक्‍शन के कंट्री डायरेक्‍टर गजेंद्र कुमार शर्मा ने आगे कहा, ‘जब हम अपनी आजादी और तरक्‍की के 75 वर्षों का जश्‍न मना रहे हैं तो हम राजस्‍थान सरकार से आग्रह करते हैं कि वह एक व्‍यवहार्यता अध्‍ययन करवाए ताकि इन हाथियों को वन्‍यजीवों के लिए उपयुक्‍त अभ्‍यारण्‍यों में शिफ्ट किया जा सके और हाथियों के मालिकों को आजीविका का विकल्‍प मुहैया करवाया जा सके।’

हम सभी से अनुरोध करते हैं कि इस अभियान में हमारे साथ आएं और एक याचिका पर हस्‍ताक्षर करें ताकि हाथियों की डिमांड और सप्‍लाई की इस चेन को तोड़ा जा सके और इन वन्‍यजीवों को अन्‍यारणयों में शिफ्ट कर इनका पुनर्वास किया जा सके। इस तरह हम उनको पीड़ा से मुक्‍त स्‍वतंत्र जीवन का उपहार दे सकते हैं।

error: Content is protected !!