पदयात्रा मोहनपुरा – दौसा-सिकन्दरा-गुढाचन्द्र जी होते हुए 25 सितम्बर को पहुचेगी श्री महावीर जी
पदयात्री अहिंसा एवं शाकाहार का करेगें प्रचार प्रसार
जयपुर । भगवान महावीर के संदेश जीओ और जीने दो, अहिंसा, शाकाहार सहित जैन धर्म, जैन संस्कृति के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य को लेकर श्री दिगम्बर जैन पदयात्रा संघ जयपुर के तत्वावधान में जयपुर से श्री महावीर जी की 135 किलोमीटर मार्ग की 36 वीं पदयात्रा मंगलवार, 20 सितम्बर को दोपहर में संघ के संरक्षक सुभाष चन्द जैन एवं पदयात्रा के संयोजक पवन जैन नैनवां के नेतृत्व में भगवान महावीर के जयकारों के साथ संघीजी की नसिया खानिया से रवाना हुई ।
संघ के प्रचार प्रभारी विनोद जैन ‘कोटखावदा’ ने बताया कि पदयात्रा रवानगी से पूर्व संघीजी की नसिया में जिनेन्द्र भगवान के सामूहिक दर्शन, आरती तथा संसार के सभी जीवों की मंगल कामना हेतु सूर्य प्रकाश छाबड़ा के निर्देशन में मंगल प्रार्थना की गई । पदयात्रा को समाजसेवी कैलाश चन्द जैन, रमेश तिजारिया ने जैन ध्वज दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर भारतवर्षीय दिगम्बर जैन धर्म संरक्षिणी महासभा के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष रमेश तिजारिया, राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन,नेमी सागर जैन समाज के अध्यक्ष जे के जैन, युवा समाजसेवी सुधीर गंगवाल,सतीश अजमेरा सहित गणमान्य श्रेष्ठीजनो ने पदयात्रियों को दुपट्टे पहनाकर तथा पदयात्रा के पूर्व संयोजकों सुरेश ठोलिया, कुन्थी लाल रावंका, प्रकाश गंगवाल, सूर्य प्रकाश छाबड़ा, विनेश सोगाणी, सुनील चौधरी, मैना बाकलीवाल , अमर चन्द दीवान खोराबीसल, मनीष लुहाड़िया,राजेन्द्र जैन मोजमाबाद, राज कुमार बडजात्या, विनोद जैन ‘कोटखावदा’, देवेन्द्र गिरधरवाल , जिनेन्द्र जैन, शकुन्तला पाण्डया,मीना चौधरी, दीपिका जैन”कोटखावदा”, नलिनी जैन आदि ने शुभकामनाएं दीं। सायंकालीन भोजन आगरा रोड पर के एस पैराडाइज पर लिया गया। रात्रि विश्राम मंत्री फार्म हाउस पर किया गया।
संरक्षक सुभाष चन्द जैन एवं पदयात्रा
संयोजक पवन जैन नैनवां के मुताबिक पदयात्रा बुधवार 21 सितम्बर को बस्सी चक पर बलराम आश्रम होते हुए मोहनपुरा के दिगम्बर जैन मंदिर पहुचेगी जहा पूजा अर्चना के विशेष आयोजन होगें।सायंकालीन भोजन बासखों रेल्वे स्टेशन के सामने होगा। रात्रि विश्राम भण्डाना के अरिहंत व्हीकल फिटनेस सेन्टर पर करेगें।
संघ के प्रचार प्रभारी विनोद जैन ‘कोटखावदा’ के मुताबिक सन् 1986 से संघ जयपुर से श्री महावीर जी की पदयात्रा के साथ साथ सन् 2000 में जयपुर से शाश्वत तीर्थराज श्री सम्मेद शिखर जी की 1300 किलोमीटर की, सन् 2003 में जयपुर से कुण्डलपुर (बडे बाबा) की 800 कि. मी. की तथा सन् 2006 में जयपुर से बैंगलोर रेल द्वारा तथा बैंगलोर से श्रवणबेलगोला बाहुबली की 140 कि. मी. की पदवन्दना 444 पदयात्रियों के साथ तथा सन् 2018 में जयपुर से बैंगलोर हवाई जहाज द्वारा तथा बैंगलोर से श्रवणबेलगोला बाहुबली की 140 कि. मी. की पदयात्रा 151 पदयात्रियों के साथ सफलतापूर्वक संपन्न की गई। संघ पदयात्रा के साथ साथ समाज एवं मानव सेवा के कार्य भी कर रहा है। इसी कड़ी में कुण्डलपुर में एक विशाल औषधालय का निर्माण करवाया गया है जिसमें हजारों रोगियों का आयुर्वेद एवं प्राणोपचार पद्धति से उपचार किया जा चुका है।
औषधालय में संघ की ओर से सैकड़ों मासिक चिकित्सा शिविर आयोजित किए जा चुके हैं।