आगामी वर्षो में यात्री भार में अनुमानित बढ़ोतरी को देखते हुए जयपुर एयरपोर्ट पर विस्तार कार्य ने पकड़ी रफ़्तार
एयरपोर्ट की क्षमता को बढ़ने के उद्देश्य से लैंड साइड और टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर विकास कार्य जारी।
यात्री सुविधाओं और यात्रा अनुभव को बढ़ाने के लिए नए बदलाव और सुविधाएं
जयपुर: आगामी वर्षो में बढ़ते यात्री भार को देखते हुए जयपुर एयरपोर्ट पर कई बदलाव किये जा रहे है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय से लैंड साइड एरिया और टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर विकास कार्य पूरे जोरों पर हैं।
“पिछले साल कुल यात्री भार 4.98 मिलियन रहा। इसमें साल दर साल 7 -10 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है। जयपुर एयरपोर्ट भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए अपनी क्षमताओं का विस्तार कर रहा है जिसके तहत एयरपोर्ट पर विकास कार्यों ने रफ़्तार पकड़ ली हैं।” जयपुर हवाई अड्डे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार छोटे शहरों से कनेक्टिविटी पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है, इसलिए आने वाले वर्षों में यात्री यातायात निश्चित रूप से बढ़ेगा।
अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में टर्मिनल 2 के डिपार्चर एरिया में 26 चेक-इन काउंटर हैं जबकि 13 और नए काउंटरों का निर्माण कार्य चल रहा है। नये डोमेस्टिक डिपार्चर एरिया में नए शौचालयों का निर्माण कार्य भी शुरू हो चूका है। डिपार्चर एरिया के प्रथम मंजिल पर बोर्डिंग गेट स्थानांतरित किया जा चूका है तथा अतरिक्त 100 पैसेंजर्स के बैठने की क्षमता बढ़ा दी गई है। यात्रियों की सुविधा के लिए प्रथम मंजिल पर नए तथा विशाल लाउंज के निर्माण कार्य भी ज़ोरों कर है। इसके अलावा टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर से 10 आरक्षण काउंटर जल्द ही बाहर कर्ब साइड एरिया एक्सटेंशन क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिए जाएंगे। अन्य बड़े बदलावों में डिपार्चर एरिया में अतिरिक्त बैगेज कन्वेयर बेल्ट की स्थापना, अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की प्रथम मंजिल तथा सिक्योरिटी एरिया में अतिरिक्त एक्स-रे मशीन लगाना शामिल हैं।
लैंड साइड एरिया में वीआईपी मूवमेंट और अन्य स्थितियों के दौरान किसी भी प्रकार के ट्रैफिक जाम से बचने के लिए पोर्च क्षेत्र के विस्तार पर मुख्य ध्यान दिया गया है। दो लेन वीआईपी मूवमेंट के लिए आरक्षित होंगी, जबकि टैक्सी पार्किंग क्षेत्र के पास तीन नई लेन का निर्माण जल्द शुरू होगा। एयरपोर्ट परिसर में मौजूदा प्रवेश और निकास द्वार को भी स्थानांतरित किया जाएगा। नए निकास द्वार का निर्माण दोपहिया वाहन पार्किंग क्षेत्र के पास किया जाएगा, जबकि प्रवेश द्वार का निर्माण टर्मिनल 2 की वीआईपी पार्किंग के पास किया जाएगा जिसका काम शुरू हो चूका हैं।
नए निकास और प्रवेश द्वार के बीच गाड़ियों के लिए नयी पार्किंग व्यस्था विकसित की जाएगी । वर्तमान में हवाई अड्डे पर 270 चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा है और नई पार्किंग के बाद कुल क्षमता लगभग 550 चार पहिया वाहनों तक बढ़ जाएगी। प्रस्तावित पार्किंग स्लॉट में एक ईवी चार्जिंग स्टेशन पहले से ही चालू है। भविष्य की आवश्यकताओं और आगामी मेट्रो रेल परियोजना के मद्देनजर, जयपुर हवाई अड्डे ने मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए एक समर्पित स्थान आरक्षित किया है। इसके अलावा जयपुर एयरपोर्ट के टर्मिनल 2 पर वैलेट पार्किंग और कार वॉश की सुविधा भी शुरू की गई है।