इन्‍क्‍लूसिव इन्‍वेस्‍टमेंट: महिला नेतृत्‍व वाले स्‍टार्टअप्‍स की ओर बदलाव का नेतृत्‍व कर रहे हैं अमित जैन

· शार्क टैंक पर इन्‍वेस्‍टमेंट हासिल करने वाले अमित जैन से मार्गदर्शन हासिल कर उल्‍लेखनीय उपलब्धि हासिल कर रहे हैं स्‍टार्टअप्‍स
· फनग्रो के दैनिक औसत राजस्‍व में जबरदस्‍त 70 गुना उछाल आया है, जिसकी बदौलत स्‍टार्टअप का राजस्‍व भी 16 गुना बढ़ा है
· ग्‍लैडफुल ने भी मासिक ऑर्डर्स में 4 गुना की शानदार ग्रोथ हासिल की है, जिसके चलते स्‍टार्टअप ने अपनी प्रोडक्‍शन यूनिट्स 2 से बढ़ाकर 4 कर ली हैं
· मोप फूड्स ने मासिक राजस्‍व में दो गुना की बढ़ोतरी दर्ज की है और उसकी ऑनलाइन किचेन्‍स की संख्‍या 9 से बढ़कर 24 हो गई है
· निश हेयर ने भी अपने मासिक राजस्‍व में 4 गुना की बढ़ोतरी हासिल की है, जबकि इस दौरान उसकी सीएसी (ग्राहक अधिग्रहण लागत) इस दौरान 66 फीसदी से भी ज्‍यादा घटी है
· एकत्र का मासिक राजस्‍व भी निवेश के बाद 4 गुना बढ़ा है और उसकी लाभप्रदता 3.5 गुना बढ़ गई है
· मैशा के औसत मासिक ऑर्डर्स भी 1.2 गुना बढ़ गए हैं

जयपुर, 8 मार्च 2024. कारदेखो समूह के सह-संस्‍थापक और सीईओ अमित जैन महिला उद्यमिता के प्रबल समर्थक हैं और महिलाओं के नेतृत्‍व वाले व्‍यवसायों को बढ़ावा देने के लिए लगतार अपना सहयोग देते हैं। पिछले कई वर्षों में उन्‍होंने बड़ी संख्‍या में महिला उद्यमियों को मार्गदर्शन और वित्‍तीय सहायता दी है। इनमें से फनग्रो की पायल जैन, ग्‍लैडफुल की पारुल शर्मा, मोप फूड्स की गीतिका आनंद गुप्‍ता, निश हेयर की पारुल गुलाटी, एकत्र की एश्‍वर्या और मीनाक्षी झावर, मैशा की ईशा शाह, टिग्‍गल की अनुवा कक्‍कड़, ए टोडलर थिंग की स्‍वाति श्री, कैंडिडमैन की श्‍वेता पोद्दार, क्रीम कैसल की वीना मित्‍तल, नमकवाली की शशि रतूड़ी और लिटिल बॉक्‍स की रिमझिम डेका सहित बड़ी संख्‍या में अन्‍य महिलाएं शामिल हैं।

अमित के सहयोग और रणनीतिक मार्गदर्शन से महिलाओं के नेतृत्‍व वाले व्यवसायों ने शानदार नतीजे दिए हैं और एक परिवर्तनकारी विकास पथ पर आगे बढ़ रहे हैं। सामूहिक रूप से सीजन 2 में महिलाओं की अगुवाई वाले ब्रांड्स खासतौर पर ग्‍लैडफुल, मोप फूड्स, निश हेयर, एकत्र, मैशा, फनग्रो आदि ने अपने मासिक राजस्‍व में आश्‍चर्यजनक रूप से औसतन रूप से 4 गुना बढ़ोतरी हासिल की है।

कारदेखो समूह के सह-संस्‍थापक और सीईओ अमित जैन कहते हैं, ‘ महिलाओं को सशक्‍त बनाने के‍ लिए उनके नाम पर केवल एक दिन सेलिब्रेट करना पर्याप्‍त नहीं है, बल्कि उन्‍हें हर दिन ऊपर उठाते हुए ऐसी दुनिया बनानी होगी जहां लैंगिक समानता आदर्श रूप में हो। इंडस्‍ट्री रिपोर्ट्स के मुताबिक देश में करीब 20 फीसदी उद्यमों का नेतृत्‍व महिलाएं कर रही हैं। हालांकि, अच्‍छी प्रगति के बावजूद नौकरियों में महिलाओं की हिस्‍सेदारी काफी कम है। हम महिला उद्यमियों के नेतृत्‍व वाले बिजनेसेज में निवेश और मार्गदर्शन के जरिए इस फासले को पाटने के लिए समर्पित हैं। हम ऐसा नया भारत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां स्‍त्री-पुरुष समानता केवल आकांक्षा नहीं बल्कि वास्‍तविकता हो और महिलाएं उद्यमिता का प्रतीक हों।’

अमित की भूमिका केवल फंडिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं के नेतृत्‍व वाले इन स्‍टार्टअप्‍स को बाजार की जरूरतों के मुताबिक रणनीति अपनाकर आगे बढ़ाने में भी उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है। उनकी नियमित सलाह, व्‍यक्तिगत मार्गदर्शन और सक्षम ईकोसिस्‍टम के जरिए सहयोग इन महिला उद्यमियों के कौशल विकास में बहुमूल्‍य साबित हुआ है।

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