प्रकरण का अनुसंधान सी.बी.आई. द्वारा करवाया जाये
दिनांक 02.04.2024 को रात्रि 9.30 बजे मोहनलाल सिंधी अपने घर से खाना खाकर टहलने के लिए निकला। दषहरा मैदान से जब वापस घर की ओर आ रहा था तो करीब 10.30 बजे क्षितिज शर्मा ने क्रिकेट के बैट से 30 सैकिण्ड में मोहनलाल के पीछे से उसके सिर पर चार ताबड़तोड़ वार किये जिससे मोहनलाल वहीं जमीन पर ढ़ेर हो गया। उक्त घटना के समय क्षितिज शर्मा का पिता प्रषांत शर्मा भी वहाॅं मौजूद था जिसने अपने पुत्र को उक्त घटना कारित करने से नहीं रोका, घटना कारित करने के उपरांत आपराधिक दुराषय से क्षितिज शर्मा, प्रषांत शर्मा (सी.एम. आवास ड्यूटी पर सी.आई. के पद पर सेवारत रहा) उसकी धर्मपत्नि श्रीमती ज्योति शर्मा एवं पुत्री ने मोहनलाल को अपनी गाड़ी में डालकर उसे कहीं ले गये तथा करीब दो घंटे तक उसे अपनी गाड़ी में लेकर इधर-उधर फिरते रहे तथा उक्त घटना की सूचना इन लोगों द्वारा बदनियतिपूर्वक पीड़ित परिवार एवं पुलिस प्रषासन को नहीं दी गई। मोहनलाल जो कि सब्जी का ठेला लगाने का काम दषहरा मैदान पर करता था तथा कई मर्तबा रात को सब्जी लेने के लिए मंडी चला जाता था, मोहनलाल के घरवाले उक्त घटना से अनभिज्ञ रहे। प्रातः मोहनलाल की बहन कामिनी जब दूध लेने गई तो उसको जानकारी प्राप्त हुई कि रात को मोहनलाल के साथ मारपीट की गई तथा उसे लहूलुहान अवस्था में गाड़ी में डालकर ले गये। दिनांक 03.04.2024 को प्रातः 10.30 बजे मृतक की बहन सी.आई. प्रषांत शर्मा के घर पहुंची तथा अपने भाई के बारे में पूछने पर उसकी धर्मपत्नि श्रीमती ज्योति शर्मा ने कहा कि तेरे भाई को एस.एम.एस. में जाकर ढूंढ लो हमें पता नहीं है जिसके उपरांत मृतक की बहन पुलिस थाना करणी विहार पहुंची परन्तु पुलिस द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की गई तथा न ही उसके भाई के बारे में कोई जानकारी दी गई। करीब 4 घंटे मृतक की बहन उसके भाई की तलाष एम.एम.एस. हाॅस्पीटल में करती रही। दोपहर 3.00 बजे मोहनलाल का शव लहूलुहान अवस्था में मुर्दाघर, एस.एम.एस. हाॅस्पीटल में मिला, उसके मुंह एवं कान से खून निकल रहा था तथा उसके गंभीर चोटें दिख रही थी, उक्त समस्त घटनाक्रम में आरोपी क्षितिज शर्मा, उसके पिता प्रषांत शर्मा, उसकी माता श्रीमती ज्योति शर्मा एवं बहन की आपराधिक संलिप्तता रही है। इन लोगों ने मोहनलाल सिंधी की निर्मम हत्या के तथ्यों को जानबूझकर छुपाया तथा घायल मोहनलाल को दो घंटे तक इधर-उधर फिरते रहे। इन लोगों ने
घटना की साक्ष्य को भी नष्ट किया है तथा पुलिस की मिलीभगत से पोस्टमार्टम के उपरांत शव पीड़ित
परिवार को न तो दिखाया गया एवं न ही विधि विधान से क्रियाकर्म करने दिया तथा आनन-फानन में
पीड़ित परिवार को डरा धमकाकर शव का दाह-संस्कार कर दिया तथा शव को घर भी ले जाने नहीं दिया। इस प्रकरण में पुलिस एवं प्रषासन की कार्यषैली पर निम्न प्रष्न उठते है जिनका अनुसंधान होना आवष्यक है:-
1. उक्त निर्मम हत्याकांड के बाबत पुलिस द्वारा प्रथम सूचना रिर्पोट 206/2024 पुलिस थाना करणी विहार, जयपुर अपराध अंतर्गत धारा 323, 341, 302 आई.पी.सी. पंजिबद्ध किया है। पुलिस द्वारा दर्ज प्रकरण में घटना का समय दिनांक 02.04.2024 को सांय 5.00 बजे से रात्रि 11.00 बजे के मध्य होना बताया है जो कि सरासर गलत है। घटना का समय रात्रि करीब 10.30 बजे का है इससे पहले कोई घटना कारित नहीं हुई।
2. पुलिस द्वारा थाने पर घटना की सूचना प्राप्त होने का समय दिनांक 03.04.2024 को दोपहर 3.51 पी.एम होना दर्षाया है जबकि मृतक की बहन द्वारा 11.00 पी.एम. पर पुलिस थान पर घटना की जानकारी दी है।
3. पोस्टमार्टम रिर्पोट में पुलिस द्वारा दी गई सूचना के अनुसार झगड़े में आई चोटों से दौरान ‘‘ईलाज मृत्यु होना‘‘ बताया गया है जबकि मृतक मोहनलाल सिंधी का कोई झगड़ा घटना के समय आरोपीगण से नहीं हुआ है जिसके सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध है।
4. उक्त हत्याकांड में पुलिस द्वारा क्षितिज शर्मा को गिरफ्तार किया गया है जबकि इस हत्याकांड में क्षितिज शर्मा के साथ उसके पिता प्रषांत शर्मा, माता श्रीमती ज्योति शर्मा एवं बहन की आपराधिक संलिप्तता रही है।
5. उक्त हत्याकांड में आरोपीगण के रिष्तेदारों द्वारा घटना स्थल पर पानी डालकर खून की साक्ष्य को जानबूझकर मिटाया गया है।
6. पोस्टमार्टम रिर्पोट के अनुसार मृतक के पाॅंच गंभीर चोटें दर्षाई गई है।
7. प्रशांत शर्मा के घर लगे हुये सीसीटीवी कैमरो की समस्त फुटेज को गायब कर साक्ष्य को नष्ट करने का प्रयास किया तथा उसके गेट के बाहर लगे हुये फ्रंट कैमरे को भी गायब कर दिया गया।
8. उक्त हत्याकांड में पोस्टमार्टम रिर्पोट के अनुसार अस्पताल में मोहनलाल के दाखिले का समय रात्रि 12.31 पी.एम. दर्षाया गया है करीब दो घंटे तक आरोपीगण द्वारा अपनी गाडी में मोहनलाल की बाॅडी के साथ क्या आपराधिक षड़यंत्र रचा इसकी जाॅंच होना आवष्यक है।
9. प्रथम सूचना रिर्पोट में पुलिस ने आरोपीगण को संरक्षण प्रदान करने के आषय से घटना का समय दिनांक 02.04.2024 को सांय 5.00 बजे से रात्रि 11.00 बजे तक बताया है जबकि घटना मात्र 40 सैकिण्ड में कारित हुई है।
10. पोस्टमार्टम रिर्पोट में पुलिस द्वारा मृत्यु का कारण झगड़े में आई चोटों का होना बताया है जबकि मौके पर सीसीटीवी फुटेज में झगड़े होने बाबत कोई तथ्य दर्षित नही हो रहा है तथा यह कृत्य जानलेवा हमला था।
मोहनलाल हत्याकांड मामले में समाज की मांगेंः-
1. इस हत्याकांड की सीबी सीबीआई से जांच कराई जाए।
2. हत्याकांड में शामिल प्रषांत शर्मा, श्रीमती ज्योति शर्मा एवं क्षितिज शर्मा की बहन को गिरफ्तार
किया जाए।
3. हत्याकांड के सबूतों को नष्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए।
4. आरोपी प्रषांत शर्मा को उसकी सेवाओं से बर्खास्त किया जाए।
5. हत्याकांड में स्थानीय पुलिस थाना करणी विहार एवं अस्पताल प्रषासन द्वारा कारित
लापरवाही एवं अनुषासनहीनता के विरूद्ध विभागीय जाॅंच।
6. पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में एक करोड़ रुपए दिए जाए।
7. पीड़ित परिवार को रहने के लिए आवास दिया जाए।
8. पीड़ित परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएं, ताकि उनकी आजीविका चलती रहें।
9. पीड़ित परिवार के सदस्य को एक डेयरी बुथ का आबंटन किया जाए।
10. पीड़ित परिवार को डराया धमकाया जा रहा है, उनको सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए।
11. हत्याकांड के दोषी परिवार के आवास पर बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त किया जाए।
12. घटना स्थल एवं उसके आस-पास के सीसीटीवी फुटेज को जप्त कर सुरक्षित रखा जाए।
भवदीय
चंद्र प्रकाश खेतानी एडवोकेट
अध्यक्ष
पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत जयपुर महानगर
9314505592
जय किशन सोनी
महासचिव
9571707065
पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत जयपुर महानगर