स्वरचित रचनाओं के माध्यम से जीवंत हो उठीं महान भारतीय नारियां

जयपुर । कला मंज़र सोसाइटी और कानोड़िया पी.जी. महिला महाविद्यालय (रचनात्मक लेखन-क्लब) के सयुंक्त तत्वावधान में “महान भारतीय नारी चरित्रों पर आधारित अन्तर महाविद्यालय स्वरचित हिन्दी कविता-पाठ प्रतियोगिता आयोजित की गई। ये प्रतियोगिता संस्था की लोक-उमंग श्रृंखला व महाविद्यालय की क्लब गतिविधियों के अंतर्गत रखी गई थी जिसमें मुख्य-अतिथि डॉ अलका राव, अति विशिष्ट अतिथि मेजर डॉ मीता सिंह व डॉ रश्मि चतुर्वेदी और विशिष्ट अतिथि दीपा माथुर व पूनम बगड़िया ने उपस्थित होकर आयोजन की शोभा बढ़ाई। दीप प्रज्वलन के साथ कॉलेज की प्राचार्या डॉ सीमा अग्रवाल ने स्वागत वक्तव्य से सभी का स्वागत किया। प्रतियोगिता की कॉलेज सयोंजक शीताभ शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता में जयपुर के 11 महाविद्यालयों से कुल 46 प्रविष्ठियां आईं जिनमे प्रथम स्थान पर पूजा राठौड़ (कनोडिया पी.जी.महिला महाविद्यालय) द्वितीय स्थान पर अगम जैन (श्री दिगम्बर जैन आचार्य संस्कृत महाविद्यालय) तृतीय स्थान पर मुस्कान सैनी (महारानी कॉलेज)विजयी रहे, सांत्वना पुरस्कार कोमल चौधरी( महारानी कॉलेज) को प्रदान किया गया, साथ ही सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति के लिये कला मंज़र संस्था की ओर से ₹ 1000 का एक नकद पुरस्कार भी घोषित किया गया था जो वर्षा चौधरी (राजस्थान विश्वविद्यालय लॉ कॉलेज) को दिया गया। कला मंज़र संस्था की संस्थापिका मीनाक्षी माथुर ने बताया कि इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य युवाओं को महिलाओं के राष्ट्र निर्माण में गौरवशाली योगदान से अवगत कराना व महिलाओं और बालिकाओं के प्रति सम्मानजनक दृष्टिकोण विकसित करना है। संस्था अध्यक्ष शोभा सक्सेना ने बताया कि संस्था द्वारा विद्यालयों व महाविद्यालयों में निरन्त ऐसे आयोजन करवाये जाते हैं जो युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़कर रखे।
आयोजन में वरिष्ठ समाज सेविका डॉ रेणुका पामेचा , पूजा उपाध्याय , प्रोफेसर(डॉ)प्रेम दवे , साहित्यकार ज्योत्स्ना सक्सेना भी उपस्थित रहीं।

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