जयपुर, मार्च 2025: दुनिया के सबसे बड़े पेशेवर नेटवर्क लिंक्डइन ने “स्किल्स ऑन द राइज़ 2025” सूची जारी की है, जिसमें उन 15 कौशलों पर प्रकाश डाला गया है, जो पेशेवरों को अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए सीखने चाहिए। भारत में कंपनियां जिन शीर्ष 5 तेजी से विकसित हो रहे कौशलों के लिए भर्ती कर रही हैं, उनमें क्रिएटिविटी और इनोवेशन, कोड रिव्यू , समस्या समाधान, प्री-स्क्रीनिंग और रणनीतिक सोच शामिल हैं।
लिंक्डइन के शोध के अनुसार, 2030 तक भारत में अधिकांश नौकरियों में इस्तेमाल होने वाले 64% कौशल बदलने की संभावना है। 25% पेशेवर इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उनके पास भविष्य के लिए आवश्यक कौशल नहीं हैं। जयपुर में लगभग 46% पेशेवरों को यह तय करना कठिन लगता है कि वे किसी नौकरी के लिए उपयुक्त हैं या नहीं, जबकि 31% को यह पता ही नहीं होता कि उनके कौन-से कौशल नौकरी की जरूरतों के अनुरूप हैं। ऐसी स्थिति में, यह समझना पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गया है कि किन कौशलों की मांग सबसे अधिक है। दूसरी ओर, भारत में 69% भर्तीकर्ता इस बात से सहमत हैं कि पेशेवरों के मौजूदा कौशल और कंपनियों की आवश्यकताओं के बीच एक बड़ा अंतर है।
लिंक्डइन करियर एक्सपर्ट और इंडिया सीनियर मैनेजिंग एडिटर नीरजिता बनर्जी का कहना है, “भारत में कंपनियां अब एक बुनियादी स्किल रीसेट के दौर से गुजर रही हैं। जैसे-जैसे AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) हमारे काम करने के तरीके को बदल रहा है, वैसे-वैसे क्रिएटिविटी, समस्या समाधान और रणनीतिक सोच जैसे कौशल अब सिर्फ ‘अच्छे-से-होने वाले‘ स्किल्स नहीं रहे, बल्कि ये व्यवसाय के लिए अनिवार्य हो गए हैं। साथ ही, AI साक्षरता (AI लिटरेसी) अब लगभग हर नौकरी के लिए एक बुनियादी जरूरत बन चुकी है। कंपनियां ग्राहक जुड़ाव (कस्टमर इंगेजमेंट) और स्टेकहोल्डर मैनेजमेंट पर भी अधिक ध्यान दे रही हैं, जिससे व्यवसायिक समझ (बिजनेस एक्यूमेन) पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। इस साल की स्किल्स ऑन द राइज़ सूची पेशेवरों के लिए एक बेहद उपयोगी संसाधन है, जिससे वे यह जान सकते हैं कि किन कौशलों की 2025 में सबसे अधिक मांग होगी।”
सॉफ्ट स्किल्स का महत्व बढ़ा: जैसे-जैसे AI कार्यों को स्वचालित कर रहा है, वैसे-वैसे ऐसे कौशलों की मांग बढ़ रही है, जो किसी पेशेवर को अलग पहचान दिला सकें। क्रिएटिविटी और इनोवेशन (#1), समस्या समाधान (#3) और रणनीतिक सोच (#5) की आवश्यकता केवल पारंपरिक रचनात्मक क्षेत्रों जैसे कला, डिजाइन और मार्केटिंग तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि अब बिजनेस डेवलपमेंट और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में भी इनकी मांग बढ़ रही है। इसी तरह, कम्युनिकेशन स्किल्स की जरूरत अब सिर्फ सेल्स और ह्यूमन रिसोर्स जैसे जन-केंद्रित क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि आईटी, कंसल्टिंग और फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में भी इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है।
आज के कार्यस्थलों में AI के साथ काम करने की क्षमता अनिवार्य हो गई है। भारत में 95% सी-सूट (C-Suite) लीडर अब पारंपरिक अनुभव से अधिक AI कौशल को प्राथमिकता दे रहे हैं। लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) (#8), AI लिटरेसी (#9) और प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग (#13) जैसे कौशल अब नौकरी तलाशने वालों के लिए प्रमुख अंतर पैदा कर रहे हैं। पहले ये कौशल केवल आईटी सेक्टर में ही देखे जाते थे, लेकिन अब इनकी मांग शिक्षा, मार्केटिंग और अन्य उद्योगों में भी तेजी से बढ़ रही है, जिससे AI और टेक्नोलॉजी की समझ कार्यस्थलों के हर विभाग में महत्वपूर्ण हो गई है।
जैसे-जैसे कंपनियां अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं, ग्राहक संबंध उनकी प्राथमिकता बनते जा रहे हैं। कस्टमर एंगेजमेंट (#11) एक महत्वपूर्ण कौशल के रूप में उभर रहा है, जहां सेल्स, बिजनेस डेवलपमेंट और मार्केटिंग में ग्राहक संतुष्टि को पहले से अधिक महत्व दिया जा रहा है। जो पेशेवर ग्राहक जुड़ाव और ब्रांड के प्रति उनकी वफादारी बढ़ाने में मदद कर सकते हैं, वे कंपनियों के लिए अधिक मूल्यवान साबित होंगे।
लिंक्डइन के नए शोध के अनुसार, जयपुर में 85% पेशेवर इस साल नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं। हालांकि, 44% पेशेवरों का कहना है कि वे पहले से कहीं अधिक नौकरियों के लिए आवेदन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कम प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। इन पेशेवरों को सही अवसरों की पहचान करने में मदद करने के लिए, लिंक्डइन ने अपनी वार्षिक ‘जॉब्स ऑन द राइज़’ सूची जारी की है, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे तेजी से बढ़ रही नौकरियों के बारे में जानकारी देती है।
भारत में 2025 के लिए उभरते हुए 15 शीर्ष कौशल: क्रिएटिविटी और इनोवेशन, कोड रिव्यू, समस्या समाधान, प्री-स्क्रीनिंग, रणनीतिक सोच, कम्युनिकेशन, अनुकूलनशीलता, लार्ज लैंग्वेज मॉडल, AI लिटरेसी, डिबगिंग, कस्टमर एंगेजमेंट, स्टेटिस्टिकल डेटा एनालिसिस, प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग,मार्केट एनालिसिस, स्टेकहोल्डर मैनेजमेंट
जयपुर में सबसे अधिक मांग वाली नौकरियां: मीडिया एक्जीक्यूटिव, टेक्निकल मैनेजर, डेटा एनालिस्ट , शल मीडिया मैनेजर, सॉफ्टवेयर डेवलपर , वर्डप्रेस डेवलपर, जनरल मैनेजर, डेटा साइंटिस्ट, प्रोफेसर,हेड ऑफ मार्केटिंग
लिंक्डइन की करियर विशेषज्ञ नीरजिता बनर्जी का कहना है कि नए अवसरों की तलाश कर रहे पेशेवरों को अपने मौजूदा कौशल को बेहतर ढंग से पहचानने और उन्हें सही तरीके से प्रस्तुत करने की आवश्यकता है।
उनके अनुसार अपने मौजूदा कौशल का विश्लेषण करें: अपने करियर इतिहास की समीक्षा करें और यह देखें कि आपके पास कौन-कौन से कौशल हैं। इसमें वे कौशल भी शामिल करें, जो आपने स्वयंसेवा, खेल क्लब या अन्य अनुभवों से हासिल किए हैं। कई बार हमारे पास ऐसे कौशल होते हैं, जिनका हमें अहसास नहीं होता। यह प्रक्रिया आपको उन कौशलों को पहचानने में मदद करेगी, जो आपकी जॉब सर्च के दौरान आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
सॉफ्ट स्किल्स को नजरअंदाज न करें: तकनीकी कौशल के साथ-साथ कम्युनिकेशन और अनुकूलनशीलता (एडॉप्टिबिलिटी) जैसे कौशल भी बेहद जरूरी हैं। ये कौशल सभी उद्योगों में लागू होते हैं। जिन लोगों ने अपनी प्रोफ़ाइल में पांच या अधिक कौशल जोड़े हैं, उन्हें 5.6 गुना अधिक प्रोफ़ाइल व्यूज़ और 24 गुना अधिक जॉब इनमेल्स मिलते हैं।
नई स्किल्स सीखने पर ध्यान दें: उन कौशलों को पहचानें, जो आपकी इच्छित नौकरी के लिए जरूरी हैं। यदि आपके पास उनमें से कुछ नहीं हैं, तो ऑनलाइन कोर्स, कंपनी के ट्रेनिंग प्रोग्राम या स्वयंसेवा के जरिए उन्हें सीखने का प्रयास करें। नए कौशलों को सीखने और अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलने से न डरें, इससे आपके करियर के नए अवसर खुलेंगे।
प्रोफेशनल्स की सहायता के लिए, लिंक्डइन लर्निंग मुफ्त कोर्स उपलब्ध करा रहा है, जिससे वे इन महत्वपूर्ण कौशलों को सीख सकते हैं। इसके अलावा, लिंक्डइन की नई AI-आधारित कोचिंग सुविधा लोगों को वास्तविक कार्यस्थल की बातचीत (जैसे परफॉर्मेंस रिव्यू और फीडबैक चर्चा) का अभ्यास करने में मदद करेगी। यह सुविधा टेक्स्ट और वॉयस के माध्यम से व्यक्तिगत फीडबैक प्रदान करती है, जिससे आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद मिलेगी।