*भगवान परशुराम के प्राचीन मंदिर में “परशुरामचरितम्” पुस्तक समर्पित*

बांसवाड़ा। बांसवाड़ा जिले के नीमथान स्थित भगवान परशुराम के 1100 वर्ष पुराने मंदिर में आज एक ऐतिहासिक अवसर पर “परशुराम चरितम्” पुस्तक भगवान परशुराम को समर्पित की गई। यह पुस्तक अजमेर के वरिष्ठ पत्रकार व लेखक विजय कुमार शर्मा ‘विजय संस्कार’ द्वारा रचित है।
सनातन धर्म रक्षा संघ, अजयमेरु (राजस्थान) के अध्यक्ष व पूर्व न्यायाधीश अजय शर्मा द्वारा इस ग्रंथ को भगवान परशुराम के चरणों में अर्पित करते हुए समस्त सनातनियों के लिए धर्म-रक्षा का आशीर्वाद माँगा गया।
उल्लेखनीय है कि “परशुराम चरितम्” का विमोचन 27 अप्रैल 2025 को अजमेर के तपस्वी भवन, वैशाली नगर में महामंडलेश्वर नर्मदा पुरी साध्वी अनादि सरस्वती एवं निंबार्काचार्य श्री जी महाराज के शिष्य श्यामसुंदर शरण देवाचार्य के करकमलों से हुआ था।
यह ग्रंथ आज पूरे विश्व में चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि इसमें भगवान परशुराम के जीवन का वास्तविक, तर्कसंगत एवं धार्मिक दृष्टि से सम्यक चित्रण किया गया है। विशेष रूप से माता का वध, क्षत्रियों का वध आदि जैसे प्रसंगों की पुनर्व्याख्या करते हुए उनमें छिपे गूढ़ अर्थों को सामने लाया गया है।
आज के कार्यक्रम में डॉ. विवेकानंद कुमार, शशि शर्मा (विप्र फाउंडेशन बांसवाड़ा), योगेश जोशी (प्रदेश महामंत्री), विवेकानंद जी महाराज, ललित जोशी (जिलाध्यक्ष), शशि कुमार शर्मा (जिला महामंत्री), ईश्वर दास वैष्णव (नगर अध्यक्ष), विनोद पानेरी (संयोजक – 101 कुण्डीय विष्णु महायज्ञ लिमथान), महेश जोशी (संयोजक – परशुराम धाम सेवा संस्था लिमथान), किशोर शुक्ला (मुख्य आचार्य), केशव सेवक, शरद त्रिवेदी (विप्र चिकित्सा प्रकोष्ठ) तथा विनोद व्यास (पुजारी – परशुराम धाम) सहित अनेक श्रद्धालु एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन पर सभी उपस्थितजनों ने लेखक विजय कुमार शर्मा ‘विजय संस्कार’ द्वारा प्रस्तुत इस पुस्तक की भूरी-भूरी प्रशंसा की और इसे सनातन संस्कृति की रक्षा की दिशा में एक सशक्त प्रयास बताया।
शशि कुमार शर्मा 
जिला महामंत्री, विप्र फाउंडेशन
9461575594
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