कांग्रेस में दूसरे नम्बर की कुर्सी संभालने के बाद अब राहुल गांधी पूरे देश का दौरा करेंगे। दौरे की शुरूआत राजस्थान के आदिवासी अंचल से करने की योजना है।
दौरे का मकसद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया जोश भरना और पार्टी का जनाधार बढ़ाना होगा। दौरे के दौरान राहुल गांधी ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस अध्यक्षों के साथ जिला मुख्यालयों पर बैठकर संवाद करेंगे। राजस्थान के साथ ही जिन प्रदेशों में इस साल विधानसभा चुनाव होने वहां भी राहुल के दौरे का कार्यक्रम है। वे सभी संसदीय एवं विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
दौरे के समय राहुल के साथ सम्बन्धित प्रदेश के प्रभारी महासचिव, प्रदेश कांग्रेस और अग्रिम संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष होंगे,लेकिन जिन प्रदेशों में कांग्रेस सत्ता में है वहां के मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। यह दौरा केवल संगठन और पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए होगा।
जयपुर कांग्रेस चिंतन शिविर के दौरान हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक ओर राहुल गांधी द्वारा विभिन्न प्रदेशों के वरिष्ठ नेताओं के साथ की गई मुलाकातों में राहुल के दौरे और संगठन में नीचे से ऊपर तक के बदलाव की कार्ययोजना तय की गई, अगले कुछ दिनों में इस कार्य योजना की घोषणा होगी।
कांग्रेस कार्यसमिति के एक वरिष्ठ सदस्य का कहना है कि एआईसीसी में बदलाव के बाद अगले माह से चुनाव वाले राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली और छत्तीसगढ़ में जरूरत के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस कमेटियों एवं जिला कांग्रेस कमेटियों में अध्यक्ष बदलने का काम शुरू होगा।
एआईसीसी के अधिकांश महासचिवों के कार्यभार बदले जाएंगे, इनमें राजस्थान के प्रभारी महासचिव मुकुल वासनिक शामिल है। पिछले नो साल से प्रदेश प्रभारी के रूप में काम कर रहे वासनिक के स्थान पर अंबिका सोनी अथवा बी.के. हरिप्रसाद को राजस्थान का प्रभार सौंपा जा सकता है।
प्रदेश के नेताओं का एक वर्ग वासनिक पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अधिक निकट होने ओर उनके मुताबिक निर्णय करने का आरोप लम्बे समय तक लगाता रहा है, ये नेता राहुल गांधी से दिल्ली जाकर भी मुलाकात कर चुके। कांग्रेस कार्यसमिति के इस सदस्य ने बताया कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.चन्द्रभान के स्थान पर किसी अन्य को अध्यक्ष बनाने के साथ ही दस से अधिक जिला कांग्रेस कमेटियों में भी बदलाव होगा।
उन्होंने बताया कि चुनाव की तैयारियों के तहत राहुल ने तय किया कि अब प्रत्येक राज्य में वरिष्ठ नेताओं की एक टीम बनेगी, वहीं चुनाव अभियान का संचालन करेगी। राहुल इस टीम के सदस्यों के साथ नियमित सम्पर्क में रहेंगे। राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, दिल्ली में इस तरह की टीमों का गठन शीघ्र होगा।
कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को माह में एक बार प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों के साथ बैठक कर सरकार के बारे में फीडबैक लेने और सुझावों के मुताबिक सरकारी कामकाज में सुधार के लिए कहा गया है।
मुख्यमंत्रियों को जिलों के दौरे पर जाते समय सम्बन्धित जिला कांग्रेस कमेटियों को सूचना देकर उनके कार्यालयों में जाना होगा। मंत्रियों पर भी यह नियम लागू होगा। कांग्रेस संगठन में भाई-भतीजावाद को दूर करने के लिए अगले कुछ दिनों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एक नियम जारी करेंगी। जयपुर चिंतन में यह भी तय किया गया कि राहुल गांधी बिना किसी बड़े लवाजमें के देश का दौरा करेंगे।
राजस्थान के आदिवासी अंचल डूंगरपुर, बांसवाड़ा से शुरू होने वाले दौरे के दौरान एक दिन वे किसी आदिवासी के घर रात्रि विश्राम भी कर सकते है। राहुल राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जाएंगे और अंत में दिल्ली के सभी क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
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