जयपुर। प्रदेश में बढ़ते स्वाइन फ्लू के बीच जहां चिकित्सा विभाग के अघिकारी इसके कहर को कम बता अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर इस साल के पहले 37 दिनों में ही राजस्थान इस बीमारी के लिहाज से देश में नंबर वन बन गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 1 जनवरी से 8 फरवरी तक राज्य में 64 मौतें स्वाइन फ्लू से हो चुकी हैं।
जबकि इस दौरान हरियाणा में 14 और पंजाब में 10 सहित दिल्ली में 3 मौतें इस बीमारी से हुई हैं। मंत्रालय के अनुसार उत्तर भारत में सर्दी के कारण बीमारी का प्रकोप इस समय ज्यादा है। आंकड़ों के अनुसार इस अवघि में उत्तर भारत में 494 स्वाइन फ्लू पॉजीटिव पाए गए हैं। इनमें से भी ज्यादातर राजस्थान के ही हैं।
अस्पताल में नहीं पूरे इंतजाम
हालात ये हैं कि स्वाइन फ्लू के गंभीर मरीजों के लिए जयपुर के जिला अस्पतालों में भी पूरे इंतजाम नहीं हैं। यहां मात्र स्वाइन फ्लू के सामान्य मरीजों का ही इलाज संभव है। जयपुरिया अस्पताल में आईसीयू चालू स्थिति में है ही नहीं। इसी तरह कांवटिया अस्पताल का भी कमोबेश यही हाल है।
अब तक 127 की मौत
अप्रैल 12 से अब तक प्रदेश में स्वाइन फ्लू पॉजीटिव मरीजों की संख्या इस साल 8 फरवरी तक 707 तक पहुंच गई है। वहीं मौत का आंकड़ा भी 127 हो गया है।