जयपुर। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा रविवार, 24 फरवरी, 2013 को रवीन्द्र मंच के मुख्य सभागार में सम्मान समारोह,
सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि षिक्षा मंत्री श्री बृजकिषोर शर्मा, अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जस्टिस इन्द्रसेन ईसराणी एवं राजस्थान फाउण्डेषन के उपाध्यक्ष श्री राजीव अरोडा ने झूलेलाल जी की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण से कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। अपने उद्बोधन में षिक्षा मंत्री श्री बृजकिषोर शर्मा ने कहा कि सिन्धी भाषा के विकास के लिये राज्य सरकार हर-संभव सहयोग देने को तैयार है। कार्यक्रम के विषिष्ट अतिथि राजस्थान फाउण्डेषन के उपाध्यक्ष श्री राजीव अरोड़ा ने सिन्धी भाषा, साहित्य, कला एवं संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु अकादमी द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये राजस्थान राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जस्टिस इन्द्रसेन ईसरानी ने अपने उद्बोधन में हिन्दी माध्यम से सिन्धी सिखाने के ’’सिन्धी भाषा पत्राचार पाठ्यक्रम’’ की प्रषंसा करते हुये कहा कि अकादमी का यह प्रयास निःसंदेह अत्यन्त प्रषंसनीय है और अकादमी को इस प्रकार के रचनात्मक कार्यक्रमों को प्राथमिकता देनी चाहिये ताकि युवा पीढ़ी को मातृभाषा से जोड़ा जा सके। अकादमी अध्यक्ष श्री नरेष कुमार चंदनानी ने अपने उद्बोधन में अकादमी की गतिविधियों एवं कार्यक्रमों पर विस्तार से प्रकाष डाला। इस अवसर पर सिन्धी षिक्षा, भाषा, साहित्य, कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली सिन्धी संस्थाओं, सिन्धी पंचायतों, सिन्धी षिक्षकों, समाज की जानी-मानी विभूतियों एवं अकादमी द्वारा वर्ष में आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। संस्थाओं को सम्मान के अन्तर्गत जयपुर की ऑल इण्डिया सिन्धु कल्चर सोसाईटी, अखिल भारतीय सिन्धी समाज, अमरापुर नवयुवक मण्डल, चेटीचण्ड सिन्धी मेला समिति, अमरलाल मंदिर ट्रस्ट बनीपार्क, पूज्य सिन्धी साहिती पंचायत उदयपुर, पूज्य सिन्धी पंचायत सिन्धी कालोनी बनीपार्क एवं पूज्य सिन्धी पंचायत सेक्टर-4 मालवीय नगर को सम्मानित किया गया।
सिन्धी षिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये राज्य के 12 षिक्षकों को ’’सरस्वती सम्मान’’ से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार अकादमी द्वारा अखिल भारतीय सिन्धी कहानी एवं एंकाकी आलेख प्रतियोगिता के 19 विजेताओं के साथ सिन्धी भाषा, साहित्य, कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये राज्य की 20 विभूतियों को सम्मानित किया।
अकादमी द्वारा हिन्दी माध्यम से सिन्धी सिखाने के ’’सिन्धी भाषा पत्राचार पाठ्यक्रम’’ की चौथी किष्त का विमोचन भी अतिथियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर जयपुर के वरिष्ठ साहित्यकार श्री सुन्दर अगनानी लिखित एवं श्री सुरेष सिन्धु निर्देषित हास्य नाटक ’’साह ते कहिड़ो भरोसो’’ के मंचन ने दर्षकों का भरपूर मनोरंजन किया। कार्यक्रम को संचालन अजमेर की डा0कमला गोकलानी ने किया एवं अकादमी सचिव ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
– दीपचन्द तनवाणी