पुलिस दमन लोकतंत्र में अस्वीकार्य: किरण माहेश्वरी

kiran6जयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने वकीलों पर बर्बर पुलिस अत्याचार की कड़ी भर्त्सना की है। किरण ने कहा कि काग्रेंस पार्टी पुलिस दमन और अत्याचार से जनता की आवाज दबाने में ही विश्वास रखती है। इसकी लोकतात्रिंक मूल्यों में कोई आस्था नहीं है। सत्ता का अहंकार, जन भावनाओं का तिरस्कार और पुलिस प्रशासन का अत्याचार काग्रेंस पार्टी की राजनीति है।

किरण ने कहा कि विरोध प्रदर्शन पर बर्बर पुलिस दमन लोकतंत्र में गंभीर अपराध है। यह जनता के संवैधानिक अधिकारों का हनन है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। सरकार दोषी पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों को राज्य सेवा से पृथक करें। अधिवक्ताओं के साथ सार्थक संवाद की पहल करें। विगत 4 वर्षों में राज्य में प्रायः सभी स्थानों पर विरोध प्रदर्शनों पर सरकार की आक्रामक भंगिमा ही सामने आई है। शांत प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध राजकार्य में बाधा के झुठे प्रकरण बना कर प्रताड़ित किया जा रहा है।

किरण ने विगत 4 वर्षों में राजकार्य में बाधा के सभी प्रकरण की उच्च स्तरीय समीक्षा करने एवं उन्हें वापस लेने की मांग की है। विरोधियों के प्रति सहिष्णुता और संवेदनशीलता लोकतांत्रिक गुण होता है।पुलिस और प्रशासन में जन अधिकारों का सम्मान करने का चरित्र विकसित करना होगा।

उद्यानिकी विकास में पिछड़ रहा है राजसमंद जिला ׃ किरण माहेश्वरी

जयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि राज्य सरकार की उपेक्षा एवं प्रशासनिक लापरवाही के कारण राजसमंद जिले में उद्यानिकी विकास गति नहीं पकड़ पा रहा है। विधान सभा में ताराकिंत प्रश्न द्वारा सूचना से यह स्थिति सामने आई है।

किरण ने बताया कि उद्यानिकी फसलों पर केन्द्र सरकार अनुदान एवं प्रोत्साहन की कई योजनाऐं चल रही है। किन्तु जिले के किसानों को उसका लाभ नहीं मिला पा रहा है। वर्ष 2009-10 में उद्यानिकी फसलों का क्षेत्रफल 2710 हेक्टर था, यह वर्ष 2012-13 में घटकर 1353 हेक्टर रह गया है। राष्ट्रीय बांस परियोजना में भी जिले में कोई काम नहीं हुआ है। वर्ष 2011-12 में 1153 हेक्टर बुंद सिंचाई संरचनाऐं निर्मित की गई थी, यह वर्ष 2012-13 में घट कर 665 हेक्टर ही रह गई है। औषधीय पौधे एवं फल उत्पादन में भी जिले में विशेष प्रगति नहीं हुई है।

किरण ने सरकार से जिले में उद्यानिकी विकास के लिए लक्ष्य आधारित विशेष योजना चलाने की मांग की है। मसालो, फलो एवं बांस आदि फसलों से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

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