जयपुर। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा वित्तीय वर्ष 2012-13 में ’’पाण्डुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना’’ के अन्तर्गत 6 सिन्धी लेखकों की अप्रकाशित पाण्डुलिपियों को प्रकाशन सहयोग देने का निर्णय लिया गया है। अकादमी अध्यक्ष नरेश कुमार चन्दनानी ने बताया कि अकादमी की पाण्डुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना के अन्तर्गत राज्यभर के साहित्यकारों की प्राप्त पाण्डुलिपियों में से 6 श्रेष्ठ पाण्डुलिपियों का चयन किया गया है। इस योजना में प्रत्येक साहित्यकार को 15,000/- रू. की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी ।
उन्होंने बताया कि चयनित पाण्डुलिपियों में जयपुर की श्रीमती गीता भंभानी की पाण्डुलिपि – ’’मुहिंजी उडाम’’, टोंक के डा0 किशन चंद की पाण्डुलिपि – ’’सिन्धियत जी सूंह’’, अजमेर के श्री एम0टी0भाटिया की पाण्डुलिपि – ’’आइनो’’, श्री नारायणदास सिन्धी की पाण्डुलिपि – ’’कहाणियुनि जो गुलदस्तो’’, श्रीमती कमला बुटानी की पाण्डुलिपि – ’’बार मन ठार’’ एवं श्री नारायण दास मीरचंदानी की पाण्डुलिपि – ’’कारा निशान’’ सम्मिलित हैं।
– दीपचन्द तनवाणी