प्रदेश के लिये ऐतिहासिक दिन, धोरों की धरा सोना उगलेगी

ashok gehlotजयपुर। राजस्थान सरकार और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि. (एचपीसीएल) के बीच राज्य के बाडमेर जिले में 9 एमएमटीपीए की अत्याधुनिक रिफाइनरी सह पेट्रोेकेमिकल संकुल स्थापित करने के लिये आज प्रातः यहां मुख्यमंत्राी कार्यालय स्थित सभागार में आपसी सहमति पत्रा पर हस्ताक्षर किये गये।
केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्राी डॉ. एम. वीरप्पा मोइली, मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत एवं केन्द्रीय पेट्रोलियम राज्यमंत्राी श्रीमती पनबाका लक्ष्मी की उपस्थिति में राज्य के खान एवं पेट्रोलियम विभाग के शासन सचिव श्री सुधांश पंत तथा एचपीसीएल के निदेशक (रिफाइनरी) श्री के. मुरली ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने इसे प्रदेशवासियों के लिए एक यादगार एवं ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि रिफाइनरी एवं सह पेट्रोकेमिकल आधारित संकुल की स्थापना से प्रदेश का कल्पनातीत विकास होगा। उन्होंने कहा कि धोरों की धरा अब सोना उगलेगी।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि आजादी के बाद राजस्थान के विकास के लिए यह सबसे बड़ा निवेश होने जा रहा है। इससे विभिन्न उद्योग स्थापित होंगे तथा बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी समय पर स्थापित हो, इसके लिए सभी के सहयोग से प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने विश्वास दिलाया कि भूमि अधिग्रहण का किसानों को पूरा मुआवजा मिलेगा तथा उन्हें कोई तकलीफ नहीं आने दी जाएगी।
श्री गहलोत ने कहा कि केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्राी ने एचपीसीएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के युवकों को प्रशिक्षण देने के लिए मैंगलोर रिफायनरी के मॉडल के आधार पर समन्वय करें जिससे कि नौजवानों के कौशल का विकास हो तथा उन्हें रोजगार उपलब्ध हो सके।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि कई सालों के बाद अब यह मुबारक मौका आया है जिससे राज्य में निकलने वाले खनिज तेल का यहीं परिशोधन हो सकेगा। श्री गहलोत ने कहा कि देश में
उत्पादित होने वाले कच्चे तेल का 20 प्रतिशत आज राजस्थान से निकलता है। प्रदेश में रिफाइनरी की स्थापना के लिए उन्होंने प्रधानमंत्राी डॉ. मनमोहन सिंह एवं यूपीए चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी से समय-समय पर आग्रह किया था कि इस काम को आगे बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्राी ने रिफाइनरी की स्वीकृति के लिए प्रधानमंत्राी, यूपीए चेयपर्सन, श्री मोइली एवं एचपीसीएल प्रबंधन का भी आभार व्यक्त किया।
पूर्व में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्राी के रूप में श्री मोइली द्वारा राज्य के विकास में किए गए सहयोग का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्राी ने कहा कि कर्नाटक एवं राजस्थान के रिश्ते प्रगाढ़ हुए हैं। इससे पहले कर्नाटक के ही निवासी पूर्व केन्द्रीय रेल मंत्राी श्री सी. के. जाफर शरीफ ने भी राजस्थान में रेल सेवाओं के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्राी डॉ. एम. वीरप्पा मोइली ने मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत की सराहना करते हुए कहा कि उनके अथक प्रयासों से ही राज्य में रिफाइनरी का सपना साकार हुआ है।
श्री मोइली ने कहा कि लगभग 37 हजार 230 करोड़ रुपये के भारी निवेश से एक लाख लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलगा। राज्य के आर्थिक विकास को मजबूती मिलेगी और देश को समृद्धि एवं खुशहाली के पथ पर अग्रसर करने में राजस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान से निकलने वाले खनिज तेल की गुणवत्ता विशिष्ट किस्म की है तथा यहां रिफाइनरी के लिए पर्याप्त मात्रा में खनिज तेल उपलब्ध है।
केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्राी ने आशा व्यक्त की कि 2016-17 तक इस परियोजना को पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण के साथ वहां के स्थानीय लोगों को भी रोजगार दिया जाएगा। इससे पेट्रोलियम के साथ ही टैक्सटाइल, ऑटोमोबाइल, इंजीनियरिंग, प्लास्टिक एवं अन्य सेवा क्षेत्रा के उद्योग भी पनपेंगे जिससे राजस्थान में खुशहाली आएगी। उन्होंने कहा कि एचपीसीएल सभी पर्यावरणीय पहलुओं को ध्यान में रखकर कार्य करेगा तथा सामाजिक दायित्वों का भी निर्वहन करेगा जिससे स्थानीय निवासी लाभान्वित हो सकेंगे।
श्री मोइली ने कहा कि 30 मार्च को राजस्थान दिवस मनाया जाता है। आज का दिन राजस्थान के विकास दिवस के रूप में याद किया जाएगा। श्री मोइली ने कहा कि कर्नाटक एवं राजस्थान के ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। विख्यात वास्तुकार स्व. मिर्जा इस्माइल जिनकी स्मृति में जयपुर के एम. आई. रोड का नामकरण किया गया, वे भी कर्नाटक में ही जन्मे थे।
केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्यमंत्राी श्रीमती पनाबाका लक्ष्मी ने राजस्थान सरकार और एचपीसीएल को उनके सहभागिता में सफलता हासिल करने के लिये
पैट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की ओर से हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस रिफाइनरी से राजस्थान को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा और लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
राज्य के खान एवं उद्योग मंत्राी श्री राजेन्द्र पारीक ने कहा कि राजस्थान की जनता आज के इन सुखद क्षणों को सदैव याद रखेगी। उन्होंने केन्द्रीय पैट्रोलियम मंत्राी को रिफाइनरी का सपना साकार करने पर बधाई दी और आशा व्यक्त की कि राजस्थान के विकास के प्रति उनका स्नेह बना रहेगा।
एचपीसीएल के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक श्री सुबीर रॉय चौधरी ने कहा कि रिफाइनरी के लगने पर राजस्थान में औद्योगिक क्रांति और आर्थिक विकास के रूप में परिवर्तन की शुरूआत होगी। उन्होंने एचपीसीएल की गतिविधियों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। पेट्रोलियम मंत्रालय, भारत सरकार के विशिष्ट सचिव, डॉ. सुधीर भार्गव ने आपसी सहमति पत्रा पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इससे राज्य के विकास को गति मिलेगी
अंत में राज्य के खान एवं पैट्रोलियम सचिव श्री सुधांश पंत ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय राज्यमंत्राी श्री लालचन्द कटारिया, राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्य, सांसद, विधायक, मुख्य सचिव श्री सी.के. मैथ्यू, एचपीसीएल तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक श्री प्रभात गोस्वामी ने किया।

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