जयपुर । जयपुर की अधिकृत 238 कच्ची बस्तियों में रहने वाले 4 लाख 87 हजार से अधिक लोगों की समस्याओं पर चर्चा करने के लिए गुरूवार को यहां झालाना स्थित राज्य संदर्भ केंद्र में परिचर्चा का आयोजन किया गया। इसमें बताया गया कि सरकार की ओर से राजधानी में 16 कच्ची बस्तियों के लोगों के लिए राजीव आवास योजना अगले महीने प्रारंभ हो जाएगी। इसके अलावा नेशनल अरबन लाइवलीहुड मिशन में जयपुर का चयन किया गया है। पंद्रह महीने में क्रियान्वित होने वाली एक करोड 34 लाख की इस योजना के तहत कच्ची बस्तियों के लोगों का जीवन स्तर उन्नत करने के विशेष प्रयास किए जाएंगे।
प्रिया की ओर से आयोजित इस चर्चा में महापौर ज्योति खंडेलवाल ने कहा कि राजीव आवास योजना में जयपुर की 16 कच्ची बस्तियों के लोगों के लिए 12 हजार मकान संजय नगर भटटा बस्ती में बनाए जाएंगे। इनमें ढाई हजार मकानों का पहला चरण मई में प्रारंभ हो जाएगा। उन्होंने कच्ची बस्तियों की समस्याओं के जवाब में कहा कि बंद शौचालयों की सूचना मिलने पर उन्हें तुरंत प्रारंभ कर दिया जाएगा तथा बस्ती के लोगों द्वारा जगह चिहिन्त करने पर नए सुलभ शौचालय बनाए जाएंगे। उन्होंने लोगों से सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ उठाने का आग्रह करते हुए कहा कि जागरूक होकर अपने अधिकारों का उपयोग करें। उन्होंने प्रिया एवं अन्य एनजीओ से भी आग्रह किया कि वे लोगों को उनके अधिकारों की जानकारी दें ताकि लोगों में जागरूकता आए।
नगर निगम के सीईओ जगरूपसिंह यादव ने कहा कि नेशनल अरबन लाइवलीहुड मिशन में जयपुर एवं मदुरैई का चयन किया गया है। इस योजना का प्रारूप व एक्शन प्लान जल्द बनाया जाएगा। इसके तहत स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जाएगा। इन्हें प्रशिक्षण के बाद बैंक लोन व लिंकेज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए नगर निगम में रिसोर्स सेंटर बनाया जाएगा। यादव ने कहा कि प्रशासन शहरों के संग अभियान के दौरान जयपुर में साढे छह हजार से अधिक पट्टे कच्ची बस्तियों में वितरित किए गए हैं। अभियान की अवधि अब बढ गई है, इसमें बाकी लोगों को भी पट्टे दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने योजनाओं की प्रक्रियाओं का सरलीकरण किया है। उन्होंने लोगों से योजनाओं का लाभ उठाने एवं जयपुर को स्लम फ्री बनाने का आग्रह किया।
प्रारंभ में प्रिया के परियोजना प्रबंधक डॉ संतोष कुमार कौशल एवं कार्यक्रम अधिकारी अंशुसिंह ने शहरी गरीबी का मौजूदा परिदश्य पेश करते हुए कच्ची बस्तियों की विभिन्न समस्याओं पर समुदाय के सहयोग से किए गए सकारात्मक प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन बस्तियों में यह बडी चुनौती है कि सरकारी योजनाओं की जानकारी लोगों को कैसे मुहैया कराई जाए और जमीन के पट्टे तथा बीपीएल कार्ड कैसे बनवाए जाएं।
परिचर्चा में भोजपुरा कच्ची बस्ती की शाहीन चौधरी, झालाना कुंडा की माया, राजीव नगर की द्रोपदी, झालाना बी कच्ची बस्ती के लालचंद ने सीवर लाइन, सडक व शौचालय आदि की समस्याएं बताई।इसके अलावा सामाजिक न्याय एवं विकास समिति के सचिव गोपालराम वर्मा, ममता जेटली, निशा सिद्धू, रेणुका पामेचा, कविता श्रीवास्तव, निशात हुसैन, आईआईएचएमआर के प्रफुल्ल शर्मा, हूपा के कृष्ण त्यागी, बार्क के सत्येंद्र कौशिक आदि ने भी परिचर्चा में भाग लिया। प्रिया नई दिल्ली के निदेशक मनोज राय ने समुदाय की प्रतिक्रियाओं पर कहा कि शहरी गरीबों की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी समुदाय तक पहुंचाने के सकारात्मक परिणाम आए हैं जिसकी वजह से कच्ची बस्तियों में सीवरेज, शौचालय निर्माण, सफाई, शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदलाव देखे गए हैं। उन्होंने शहरी इलाकों में बीपीएल कार्ड की समस्याओं को जल्द निपटाने पर जोर दिया।