डीडवाना सिंघी तलाई से रुख मोड़ रहैं हैं फ्लेमिंगो

flamingo-हनु तंवर “निःशब्द”- कच्छ के रण से प्रवासी पक्षी फ्लेमिंगो (Phoenicopterus rubber – बड़ा हंसावर) राजस्थान की उन नमक प्रचुर झीलों में जंहा पर स्पाईरुलीना नामक शैवाल मिलती हैं को ढूँढते – ढूँढते नागौर जिले की खारे पानी की झीलों तक पंहुच जाते हैं इनमे सिंघी तलाई प्रमुंख हैं | यह पक्षी ना केवल इन झीलों की सुन्दरता को बढ़ाते हैं बल्कि कई पक्षी प्रेमियों को आकर्षित करते हैं| परन्तु दुर्भाग्य से मनुष्य द्वारा हर तरफ हो रहे अतिक्रमण व प्रदुषण के कारण यह सुंदर झीले गंदगी ओर कचरे का ढेर बनती जा रही हैं|
यहाँ रह रहे नागरिको की संवेदनहीनता व प्रशासनिक अकुशलता के कारण झील के किनारे जल व वायु प्रदुषण अपने चरम पर फैलता जा रहा हैं ओर खूबसूरत फ्लेमिंगो अब डीडवाना से मुह फेर रहे हैं |
सेव एनवायरनमेंट एंड वेलफेयेर ऑफ एनिमल्स सोसाइटी के सचिव डॉ. विवेक शर्मा निरंतर डीडवाना मे फ्लेमिंगो पक्षियों के प्रवास, उनकी आवास सुरक्षा व प्रवास के विभिन्न पहलूओं पर गत कई वर्षो से अध्ययन कर रहे हैं | हाल ही इस झील के अध्ययन हेतु आये डॉ. शर्मा ने बताया की सिंघी तलाई के आस पास लोगो ने गंदगी व कचरे का ढेर लगा रखा हैं, जिससे कई स्थानों पर पानी की अम्लीयता निर्धारित मापों से भी अधिक बढ़ गई हैं जिससे की जलीय शैवाल व जल उप्लावाको की संख्या किन्ही – किन्ही स्थानों पर तो नगण्य हो गयी है, जो की फ्लेमिंगो व अन्य जलीय पक्षियों का प्रमुख भोजन हैं |

हनु तंवर “निःशब्द”
हनु तंवर “निःशब्द”

इस प्रदुषण की वजह से कुछ फ्लेमिंगो के गले पर सलेटी धब्बे भी दिखाई देने लगे हैं| जो की एक शोध का विषय है | जिन स्थानों पर लोगो ने मरे जानवर व कचरा डाल रखा हैं, वहां पर लावारिस कुत्तो ने अपना अड्डा बना रखा हैं जो कि मौका मिलते ही इन दुर्बल पक्षियों का शिकार कर उन्हें मार डालते हैं ऐसी परिस्थितियों मे फ्लेमिंगो व अन्य पक्षियों का डीडवाना की झीलों से पलायन कर जाना स्वाभाविक जान पड़ता हैं यदि इन झीलों पर बढ़ रहे कचरे के ढेर व प्रदुषणकारी पदार्थो पर नियंत्रण नहीं लगाया गया तो वह दिन दूर नहीं जबकि फ्लेमिंगो नामक सुदर पक्षी हमेशा के लिए डीडवाना की झीलों से रुखसत कर जायेंगे और प्राकृतिक सौन्दर्य की यह झीले एक कचरे का ढेर मात्र बन कर रह जायेगी | डीडवाना मे अपने प्रवास के दौरान सेव एनवायरनमेंट एंड वेलफेयेर ऑफ एनिमल्स सोसाइटी के जनजागृति कार्यकर्त्ताओ सुनील शर्मा, दिवाकर यादव व अबधेश कुमार ने पर्यावरण को स्वच्छ व जैवविविधता की महत्ता के विभिन्न पहलुओं से युवाओं व स्कूल के छात्रों से विचार विमर्श कर पर्यावरण संरक्षण हेतु उन्हें प्रेरित किया |

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