अस्पताल में घूस का खुला खेल

hospitalकरौली। देश में भ्रष्टाचार कैंसर की तरह फैला हुआ है, इसकी बानगी देखने को मिली करौली में। पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियो की सामान्य अस्पताल में मेडिकल जांच चल रही है। मंगलवार को मेडिकल जांच के दौरान दो युवक प्रत्येक अभ्यर्थी से 500-500 रूपए उगाह रहे थे।

मौके पर पहुंचे संवाददाता को अभ्यर्थियों के परिजनों ने बताया कि दो दिन से यहां परेशान हो रहे हैं। रहने-खाने पर भी खर्च हो रहा है। वे युवक रूपए लेकर जल्दी काम होने की कह रहे हैं। इसलिए सभी रूपए दे रहे हैं। अभ्यर्थियों ने कहा कि ये रूपए मिठाई के नाम पर लिए जा रहे हैं। हालांकि रूपए किसकी जेब में पहंुचेगे, यह बताने को कोई तैयार नहीं दिखा।

प्रत्येक अभ्यर्थी से 500-500 रूपए लिए
सुबह करीब 9 बजे से मेडिकल जांच के लिए अस्पताल में अभ्यर्थियों का जुटना शुरू हो गया। इस दौरान एक युवक रजिस्टर में अभ्यर्थियों के नाम और रोल नम्बर नोट कर रखा था, जबकि एक अन्य युवक पैसे उगाह रहा था। संवाददाता के फोटो खींचने पर युवक इधर-उधर छिपने लगे। तभी एक अभ्यर्थी ने कहा कि मीडिया को पता लग गया है रूपए वापस कर दो, लेकिन रूपए ले रहा युवक एकत्र करने में जुटा रहा। इस दौरान करीब 170 अभ्यर्थियों से 60-70 हजार रूपए एकत्र किए।

गिरोह का अंदेशा
एक अंदेशा यह भी है कि रूपए किसी को देने के नाम पर कोई गिरोह तो अभ्यर्थियों को ठगने की साजिश नहीं रच रहा। एक-दूसरे की देखा-देखी अभ्यर्थी रूपए देते चले गए, जबकि उन्हें ये भी पता नहीं, रूपए देने के बाद उन्हें मेडिकल जांच में कुछ फायदा मिलेगा या नहीं।

मेडिकल जांच के दौरान रूपए लिए जाने के बारे में कहीं से कोई जानकारी नहीं मिली है। न ही कोई शिकायत मिली है।
डॉ.एम.एल. गुप्ता, पीएमओ
रूपए लेन-देन के बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर ऎसा हुआ है, तो जांच कराई जाएगी।

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