अब चार धाम की यात्रा कराएगी सरकार : गहलोत

a gehlotउदयपुर / मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस बार राज्यत सरकार एक और नई योजना लागू करने जा रही है जिसके तहत चार धाम की यात्रा पर वृद्धजनों को भेजा जाएगा। इसके लिए ट्रेन बुक की जाएगी। कटारिया का मुद्दा कानूनी है जिसे जबरन राजनीतिक तूल दिया जा रहा है। वे कांग्रेस संदेश यात्रा के सातवें चरण के गोगुंदा में आगाज पर आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। निर्धारित समय से करीब दो घंटे देरी से पहुंचे गहलोत ने कहा कि बच्चेई के जन्मय से लेकर वृद्धों तक के लिए हमने सारी योजनाएं लागू कर दी हैं। अब हर योजना की जानकारी कर उनका लाभ आमजन को लेना होगा। व्यीक्ति की निशुल्कै जांच, निशुल्क  दवा, प्रसूता के लिए जननी सुरक्षा योजना 104-108, युवाओं को नौकरी, वृद्धावस्था पेंशन सहित ऐसी कई योजनाएं हैं जिनके दायरे में हर व्यक्ति आता है।
उन्होंने कहा कि कटारिया के यात्रा निकालने पर वसुंधरा ने कहा था कि अगर इन्हें  यात्रा निकालने दी गई तो मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तींफा दे दूंगी। अरे पद के लिए कोई पार्टी से इस्तीफा देने वाली पहली नेता देखी है। कटारिया का मुद्दा कानूनी है। इसे राजनीतिक न बनाएं। इसमें वकील की राय लो। वसुंधरा बार बार सीबीआई को कांग्रेस के इशारों पर नाचने वाली संस्थाम कहते हैं। कटारिया तो खुद गृहमंत्री रह चुके हैं। वे तो खुद जानते हैं कि इस तरह कोई संस्था किसी के इशारों पर कोई काम नहीं करती। आमजन को परेशान करने के लिए बंद करवा दिया। बंद से किसको फायदा हुआ बल्कि आम जन को नुकसान ही हुआ। कोई भी भाजपा नेता अपराध करता है, पकड़ा जाता है और आरोप साबित होता है तो वो कांग्रेस की करनी हो जाता है। अरे कटारिया को लेकर अगर कोई परेशानी है तो न्यायालय जाएं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चन्द्रैभान ने कहा कि कांग्रेस नेता पवन बंसल के भानजे ने अपराध किया तो उसके बदले बंसल को तुरंत इस्तीफा देना पड़ा। कटारियाजी कह रहे हैं कि जिस दिन जेल जाऊंगा, उस दिन इस्तीफा दे दूंगा। अरे उस दिन तो इस्तीफा खुद ही आ जाएगा। अरे चार्जशीट में नाम आते ही क्यों नहीं दे दिया इस्तीसफा। उन्होंने कहा कि कहां हमारे राज्य  में सिर्फ 13 मेगावाट बिजली उत्पन्न  होती थी और कहां आज। हम कल्पना भी नहीं कर सकते। मेरे ऊर्जामंत्री कार्यकाल के दौरान हमने बिजली उत्पादन किया।

वे सिर्फ गलतबयानी कर विरोधी सिर्फ राज्य का माहौल बिगाड़ रहे हैं। कांग्रेस ने आजादी की लड़ाई लड़ी। किसानों, गरीबों को समान अधिकार दिए। देश को बिगाड़ने आदिवासी और गैर आदिवासी के नाम पर लड़ाने आ रहे हैं लेकिन आप काम का मूल्यांकन कर कांग्रेस को मजबूत बनाएं। उनके पांच वर्ष देखें और हमारे पांच साल देखें। 14 राज्यों में कांग्रेस की सरकार है। हाल ही में हुए 3 राज्यों में वापस कांग्रेस की सरकार आई है। अर्थात कांग्रेस ही सफल सुशासन दे सकती है। गरीबों को एक रुपए किलो गेहूं, कम्ब ल, दो साड़ी दी जिसका विरोध कर रहे हैं। 70 हजार में मकान नहीं बन सकता। अरे महल नहीं बन सकता लेकिन पक्‍का कमरा तो बन ही सकता है जहां व्यंक्ति अपना सिर छुपा सकता है। अगर कोई भूख से मरा या ऐसा कोई मामला हुआ तो वसुंधराजी ने विधानसभा में मामला क्यों नहीं उठाया। साढे़ चार साल तक लंदन में रहने के बाद यहां आकर देखा तो सब कुछ बदला बदला दिखा। इसलिए अब वापस कुर्सी की चाहत उन्हेंक ले आई है। कार्यपालिका का काम अलग है, न्यानयपालिका का काम अलग है। ये बंद और कुव्यवस्थांएं किसी के भी हित में नहीं हैं।
इससे पहले जनसभा को सांसद रघुवीर मीणा, जनजाति मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया, खेल राज्यमंत्री मांगीलाल गरासिया, देहात जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला ने भी संबोधित किया। सभा का संचालन देहात कांग्रेस के प्रवक्ता हेमंत श्रीमाली ने किया। सभा के दौरान संसदीय सचिव गजेन्द्र सिंह शक्तावत, महामंत्री नीरज डांगी, मथुरेश नागदा, मोड़सिंह सिसोदिया, दयालाल चौधरी मंचासीन थे। कार्यक्रम में पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया, कमलसिंह चौधरी, देहात महिला जिलाध्यक्ष कामिनी गुर्जर, हरिसिंह झाला, फतहलाल चौधरी सहित कई नेता मौजूद थे। अंत में उदयपुर लोकसभाध्यक्ष अभिमन्युसिंह झाला ने 21 किलो फूलों की माला पहनाकर गहलोत का अभिनंदन‍ किया। जनसभा में आबाल वृद्ध, महिलाएं व पुरुष सुबह से आकर बैठे थे। गर्मी से बचने के लिए हालांकि टेंट और पंखें, कूलर की व्‍यवस्‍थाएं करवाई गई थीं लेकिन दो बजते बजते महिलाएं उठकर जाने लगीं। उदयपुरन्यूज.इन से साभार

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