माई एहड़ा पूत जण, जेहड़ा राणा प्रताप…

प्रताप जयंती व सम्मान समारोह का आयोजन
shahpuraशाहपुरा/ त्याग, बलिदान और स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती  स्थानीय राजपूत छात्रावास में मंगलवार को संचिना कला संस्थान व ए वन टेक्रोमांइड एज्यूकेशन ग्रुप के तत्वावधान में आयोजित की गई। इसमें महाराणा प्रताप के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। समारोह में संचिना द्वारा गत दिनों आयोजित नारी सशक्तिकरण नाट्य लेखन प्रतियोगिता के विजेताओं का सम्मान भी किया गया। सुजान सेवा संस्थान के अध्यक्ष सांवतसिंह राणावत की अध्यक्षता व कृषि मंडी की पूर्व निदेशक श्यामा कंवर राठौड़ के मुख्य आतिथ्य में आयोजित समारोह में वक्ताओं ने  हल्दीघाटी के युद्ध की महत्ता बताई व महाराणा प्रताप के महत्व का देश के इतिहास में योगदान के रूप में बखान किया। उन्होंने कहा कि प्रताप प्रदेश के ही नहीं राष्ट्र के गौरव थे।
ए वन टेक्रोमांइड एज्यूकेशन ग्रुप के निदेशक जगदीश सिंह राणावत ने सभी का स्वागत किया। समारोह को कवि डा. कैलाश मंडेला, प्रधानाचार्य तेजपाल उपाध्याय, मधु बाला व्यास, लक्ष्मणसिंह, कुलदीप सिंह, स्वाति टेलर, ललिता शर्मा, संचिना अध्यक्ष रामप्रसाद पारीक ने भी संबोधित किया।
समारोह में संचिना की ओर से आयोजित की गई नाट्य लेखन प्रतियोगिता  में प्रथम तीन स्थान अर्जित करने वालों के अलावा अन्य संभागियों को भी संचिना की ओर से प्रमाण पत्र, स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।  इस मौके पर क्षत्रिय महासभा के मंत्री गोर्वधन सिंह राणावत, प्रतियोगिता प्रभारी गोपाल पंचोली, उपसरपंच बजरंगसिंह राणावत, अधिवक्ता अनिल शर्मा, दिनेश व्यास व दीपक पारीक, प्रधानाचार्य वीरेंद्र व्यास सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे। संचिना के अध्यक्ष रामप्रसाद पारीक ने आभार ज्ञापित किया तथा संचिना की ओर से १७ जून से प्रांरभ होने वाले कठपुतली निर्माण कार्यशाला की जानकारी दी।
-रामप्रसाद पारीक
अध्यक्ष, संचिना कला संस्थान 
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