जयपुर। आधुनिकता के इस दौर में आईटी टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग के नित नए समाचार मिल रहे और सोशल नेटवर्किंग साइटों को भी आए दिन नोटिस मिल रहे है । लेकिन साइबर अपराध पर किस तरह की लगाम कसी जा रही है, इसका नजारा हाल ही में देखने को मिला जब किसी शरारती तत्व ने सौ करोड़ रूपए में होटल रामबाग का बेचान संबंधी विज्ञापन जरी कर दिया, ऐसा नहीं है की यह पहली बार हुआ है। इससे पहले भी विश्व प्रसिद्ध ताजमहल को बेचने का विज्ञापन जारी कर दिया गया था । यही नही उसमें सम्पर्क सूत्र में पाली पूर्व कलेक्टर नीरज के पवन के मोबाइल नंबर भी डाल दिए। दरअसल ओएलएक्स नामक क्लासीफाइड विज्ञापन की वेबसाइट , जिस पर नि:शुल्क आप अपनी प्रॉपर्टी का विज्ञापन जारी कर सकते हैं। लेकिन इस बारे में वेबसाइट संचालकों की ओर से कैसी जांच-पड़ताल की जाती है। इसका नजारा जब देखने को मिला तब राजधानी की पांच सितारा होटल रामबाग पैलेस में नोएडा के एक लैंड लाइन नंबर से फोन आया था। फोन करने वाले व्यक्ति ने प्रबंधक को बताया कि इस होटल के 100 करोड़ रूपए में बेचान संबंधी विज्ञापन इंटरनेट पर ओएलएक्स डॉट इन सर्विस प्रोवाइडर पर चल रहा है।
सौ करोड़ रूपए में होटल रामबाग का बेचान संबंधी विज्ञापन सामने आने पर प्रबंधन की नींद उड़ गई है। फर्जी विज्ञापन के विरूद्ध गुरूवार को अशोक नगर थाने में अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। थाना इंस्पेक्टर हर्षराज सिंह ने इसकी तफ्तीश शुरू कर दी है। इस पांच सितारा लग्जरी हैरिटेज होटल की लोकेशन व नक्शा भी विज्ञापन पर दर्शाया जा रहा है। फोन के बाद होटल प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है कि आखिर यह विज्ञापन किसने प्रसारित किया है। होटल के एटॉर्नी श्रवण सिंह ने इस संबंध में थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इंस्पेक्टर सिंह के अनुसार मामले की जांच में आईटी एक्सपर्ट की मदद ली जाएगी। http://news4rajasthan.com