जवाहरात उद्योग पर यलो फीवर का डंक

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जयपुर। राजस्थान में यलो फीवर वैक्सीन नहीं मिलने से दक्षिण, अफ्रीकाई देशों में जाने वाले व्यापारियों एवं दूसरे लोगों को वीजा नहीं मिल रहा है, इससे प्रदेश के जवाहरात उद्योग को भी करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ रहा है। वैक्सीन नहीं मिलने से जयपुर समेत अन्य जिलों के व्यापारी और जवाहरात से जुड़े कर्मचारी अफ्रीका के देशों में नहीं जा पा रहे हैं। इस वजह से सोने-चांदी, हीरे-खरड़ की आपूर्ति और आयात-निर्यात प्रभावित हो रहा है।

जवाहरात व्यवसाय से जुड़े व्यापारी बता रहे है कि इससे करोड़ों रुपए के कारोबार पर असर पड़ रहा है। वे सिर्फ फोन, ई-मेल के जरिए ही संपर्क कर पा रहे हैं। वहीं वैक्सीन लगाने के लिए दिल्ली और दूसरे राज्यों में जाना पड़ रहा है, वहां भी मांग की तुलना में वैक्सीन आपूर्ति नहीं होने से कई दिनों का इंतजार करना पड़ रहा है। शिक्षा और भ्रमण पर जाने वालों को भी दिक्कतें हो रही हैं।

राजस्थान से दक्षिण अफ्रीका महाद्वीप के देशों में जाने वाले व्यापारियों, छात्रों और नौकरी-पेशा व्यक्तियों के पासपोर्ट और वीजा महीनों पहले बनकर तैयार हैं, लेकिन यलो फीवर वैक्सीन नहीं लगने के कारण से वे दक्षिण-अफ्रीकी देशों में नहीं जा पा रहे हैं।

राज्य में इस वैक्सीन की उपलब्धता नहीं हो रही है। अभी राज्यभर के करीब दो हजार लोग इस वैक्सीन को लगवाने के लिए वेटिंग में चल रहे हैं। दक्षिणी अफ्रीकी देशों में जाने से पहले इस वैक्सीन को लगवाना आवश्यक है और इस बार में अस्पताल प्रशासन एक सर्टिफिकेट देता है। जिसे पासपोर्ट और वीजा के साथ लगाना होता है और तभी उसे जाने की अनुमति मिलती है। यलो फीवर का स्टेमरिल नामक वैक्सीन आता है।

राजस्थान में यलो फीवर वैक्सीन जयपुर के जे.के.लोन अस्पताल और उदयपुर के राजकीय चिकित्सालय में लगाने की अनुमति है। दोनों अस्पतालों में वैक्सीन नहीं होने से लोगों को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में यह वैक्सीन लगानी पड़ रही है। यहां भी उन्हें एक से दो सप्ताह का इंतजार करना पड़ रहा है।

गौरतलब है कि यलो फीवर मादा एडीइजिप्टाई मच्छर के काटने से फैलने वाला वायरल इन्फेक्शन है और यह बड़ी तेजी से फैलता है। यह बीमारी अभी तक दक्षिण अफ्रीका के देशों और साउथ अमेरिका में ही देखने को मिली है। इसलिए भारत सहित दुनिया के अन्य देशों से इन दोनों स्थानों पर जाने वाले यात्रियों को यलो फीवर वैक्सीन लगाया जाता है।

जे.के.लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एस.डी. शर्मा ने बताया कि अभी यलो फीवर वैक्सीन की शॉर्ट सप्लाई चल रही है। कई माह से यह वैक्सीन नहीं आ पा रही है। काफी संख्या में लोग इस वैक्सीन को लगाने के लिए अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं।

जयपुर ज्वैलरी एसोसिएशन के सह सचिव संजय काला ने कहा कि वैक्सीन नहीं लग पाने से जयपुर के ज्वैलर्स को चार से पांच करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है। सरकार को इसकी तुरंत व्यवस्था करानी चाहिए। राजस्थान एक्सपोर्टस ऐसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने भी इस बात को स्वीकारते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने शीघ्र समस्या के निराकरण का आश्वासन दिया है।

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