अमेरिका में सैंडी का कहर और दक्षिण भारत में नीलम की तबाही ने अब तक चार लोगों की जान ले ली है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। तमिलनाडु के तटीय इलाकों से नीलम के गुजरने से ठीक एक घटे पहले चली तूफानी हवाओं ने प्रतिभा कावेरी जहाज को तट की ओर धकेल दिया। जहाज के 37 सदस्यीय में से 22 सदस्यों ने लाइफ वोट के जरिये सुरक्षित स्थान पर जाने का फैसला किया। क्रू सदस्यों को ला रही यह लाइफ वोट तूफान में फंस गई। इस दौरान एक सदस्य की डूबने से मौत हो गई, जबकि अन्य छह लोग अब तक लापता हैं।
प्रतिभा कावेरी पर सवार अन्य 15 लोगों को निकालने के लिए राहत कार्य जारी है। भारतीय तटरक्षक बल के एक अधिकारी ने बताया कि जहाज छोड़ने वाले लापता क्रू सदस्यों की तलाश व बचाव के लिए अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि बाकी 15 क्रू मेंबर अब भी जहाज पर ही हैं।
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से नीलम तूफान ने दक्षिण भारत में तबाही मचा रखी है। हालांकि अब यह तूफान पश्चिम की ओर जाता हुआ नजर आ रहा है। महाबलीपुरम के पास इस चक्रवाती की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घटे से ज्यादा देखी गई है। तटीय राच्यों में अगले दो दिन लगातार भारी बारिश होने की आशका व्यक्त की गई है। तमिलनाडु,आध्र प्रदेश और अन्य तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान नीलम की शुरुआत तेज रफ्तार हवाओं के रूप में हुई है। नेल्लोर, प्रकासम, गुंटूर और कृष्णा आदि तटीय जिलों में चेतावनी जारी कर दी गई है। समुद्र का पानी तट से 100 मीटर दूर बसे गावों में भी पहुंच गया है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इससे झुग्गी-झोंपड़ियों, फसलों को भारी नुकसान पहुंच सकता है। मछलीपट्टनम, कृष्णापट्टनम, निजामापट्टनम एवं वडारेवू बंदरगाहों पर चेतावनी के संकेत दे दिए गए हैं। दक्षिण भारत के तमिलनाडु में आने वाले समुद्री तूफान नीलम को देखते हुए कई ऐहतियाती कदम उठाए गए हैं। इससे पहले शाम को साढे़ पाच बजे तक नीलम के तमिलनाडु के तट तक पहुंचने की उम्मीद जताई गई थी।
चेन्नई में मंगलवार से ही लगातार बारिश हो रही है। इस चक्रवातीय तूफान को देखते हुए मौसम विभाग ने तमिलनाडु और पोंडिचेरी में अलर्ट जारी किया गया है। फिलहाल नीलम पोंडिचेरी और नेल्लौर के बीच मौजूद है। शाम तक इसके चेन्नई पहुंचने की उम्मीद है। इस दौरान 45 किमी. से 110 किमी. प्रति घटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की उम्मीद है। इसके अलावा तेज बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग ने आशका जताई है कि आने वाले चौबीस घटों के अंदर पोंडिचेरी में 25 सेंमी तक बारिश हो सकती है। राज्य सरकार के अनुसार मामल्लपुरम में 3900 लोगों को 19 राहत शिविरों में रखा गया है।