निर्वाचन आयोग के रोक के बाद भी कलेक्टर ने संभाला काम

aasutosh pednekar-सतीश शर्मा- उदयपुर / निर्वाचन आयोग ने उदयपुर सहित प्रदेश के छह कलेक्टरों के स्थानांतरण पर 30 अगस्त तक भले ही रोक लगा दी हो लेकिन सरकार के निर्देश पर बुधवार सुबह आशुतोष पेंढणेकर ने यहां कलेक्टर का पद ग्रहण कर लिया। उन्होंने उदयपुर के लिए कुछ कर दिखलाने का जज्बा भी जाहिर किया। इससे पूर्व उदयपुर में जिला कलेक्टर विकास एस भाले थे, जिनका कुछ दिनों पूर्व नागौर स्थानांतरण हो गया है इस दौरान जब पत्रकारों ने कलेक्टर  आशुतोष से पूछा कि उदयपुर में पूर्व  जिला कलेक्टर विकास एस भाले का क्या होगा, क्योकि निर्वाचन आयोग ने उदयपुर सहित प्रदेश के छह कलेक्टरों के स्थानांतरण पर 30 अगस्त तक भले ही रोक लगा दी है  कलेक्टर आशुतोष ने कहा भाले पूर्व के आदेशो के अनुसार ही नागौर में ही ज्वाइन करेगे और ओन्होने यह भी कहा की मसला क्लियर हो गया है
आशुतोष ने कहा कि बुधवार सुबह पद ग्रहण करने के निर्देश सभी कलेक्टरों के साथ उन्हें भी मिले। उन्होंने कहा कि बस स्टॉप, ट्रैफिक, फव्वारे, सुलभ कॉम्प्लेक्स, पार्किंग आदि स्थान शहर की अच्छी छवि बनाने में सहयोगी होते हैं। उदयपुर को ईश्वर ने खूब सुंदरता बख्शी है। मुझे अब मौका मिला है कि मैं इस शहर के लिए काम करूं। मैं पूरी क्षमता और सक्रियता से कोशिश करूंगा कि यहां आने वाला पर्यटक बार-बार आने की तमन्ना ले जाए।
 उन्होंने कहा कि विकासशील शहरों में ट्रैफिक समस्या गंभीर होती है। अलवर में हजारों ऑटो चलते थे, लेकिन आपस में बैठकर ऑटो की जगह 10 सीटर वाहन शुरू किए गए। इसका समारात्मक परिणाम सामने आया। ऐसा ही प्रयोग यहां भी करने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिले से रोजगार के लिए बाहर जाने वाले श्रमिकों को यहीं स्थाई रोजगार दिलाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की प्रचुर संभावनाएं हैं। वर्ष 2002 बैच के आईएएस अधिकारी पेंढणेकर मूलत: गोवा के हैं। इसीलिए पर्यटन विकास को प्राथमिकता देना चाहते हैं।
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